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शुद्धाशुद्धि पत्र।
अशुद्ध
शुद्ध
नियुक्ति
नियुक्ति
धम
धर्म सर्वथा
सथा
जा रेसी मोक्ष माग तधा लिगे गये हैं लटका दिये हैं उन्हें मोक्ष मार्गका पठमें दशाराधक.. अथात् सम्यग्दृष्टिका घिपाक ज्ञात अध्ययन क्रियावादी सुसल विरतिपुक्त निमल मिथ्यथ्यात्व
ऐसी मोक्ष मार्ग
तथा लिये गये हैं लटका दिये गये है। उन्हें मज्ञानी होनेसे मोक्ष मार्ग का
पढमे 'देशाराधक
अर्थात सम्यग्दृष्टि था
विपाक हाताध्ययन क्रियावादी ही
मुसल विरतियुक्त निर्मल मिथ्यात्व
श्रद्ध विपर्याय उद्देशा ३१.
अद्ध
पिपर्याय उद्देशा १
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