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शुद्धिपत्र (II) पंक्ति अशुद्ध
शुद्ध २२ ४३ .. ... १५
फुटनोट:- परन्तु कुछ लोग लटलूरपुर को
दक्षिण का लाटूर मानते हैं। २१ वे सब .. ." उनमें से अधिकांश २२ पहले पहल .."
फुटनोट:- सीहाजी के स्थान छोड़ने का
कारण शायद शम्सुद्दीन अल्तमश का, जो उस समय बदायूं का शासक
था, दबाव ही होगा।
(कॉनॉलॉजी ऑफ इण्डिया, पृ. १७६) १८ ८ वीं .. ..' वीं १९ नवीं .. .. दसवीं १६ पूर्व में प्रवन्ति के राजा पूर्व में अवन्ति-राज का, पश्चिम
वत्सराज का, और पश्चिम में में वत्सराज का, और सोरमंडल वराह
(गुजरात) में वराह (जयवराह) १७ उत्तर
.. .. पश्चिम ५ कंठिका... 'शासक .. युवराज १३ (कोइम्बटूर ) २५ फुटनोट (२)
(२) ऐपिग्राफिया इण्डिका,
भा• १८, पृ. २४३-२५१. २७ (अमुद्रित) १२ अमुद्रित ... १२ तीन ..
चार २२ और तीसरा ..
तीसरा श• सं. ७४३ (वि. सं. ८७८ = ई. सं. ८२१) का है। (ऐपिग्राफिया इण्डिका, भा• २१,
पृ. १४०-१४६) और चौथा १६ ७३८ और ७४६ .. ७३८, ७४३ और ७४६ १. पड़िहार (प्रतिहार) .. परमार १५ प्रतिहार ...
परमार २८ (जगङ्ग प्रथम)
(जगतुङ्ग प्रथम) फुटनोट:- सौहाजी के स्थान छोड़ने का
कारण शायद शम्सुद्दीन अल्तमश का, जो उस समय बदायूं का शासक
था, दबाव ही होगा। (क्रॉनॉलॉजी ऑफ इगिडया, पृ. १७६)
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