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भाषाटीकासहितम् ।
( ११३ )
वृषेऽष्टांगेभशराग्रयः सितज्ञेज्यमन्दाराणाम् ॥ ५ ॥ वृषभराशिमें अष्ट ८ अंग ६ इभ ८ शर ५ अग्नि ३ इन अंशों में यथाक्रम शुक्र, बुध, गुरु, शनि, मंगल हद्दाके स्वामी जानना ॥ ५ ॥ द्वंद्वेऽङ्गांगाशराद्रयङ्गांशा ज्ञशुक्रेन्यारमन्दानाम् ॥ ६ ॥ मिथुन राशिमें अंग ६ अंग ६ शर ५ अदि ७ अंग ६ इन अंशों के क्रमसे बुध, शुक्र, गुरु, मंगल, शनि हद्दाके स्वामी जानना ॥ ६ ॥ कर्केऽद्रयंगांगनगाब्ध्यंशा भौमाच्छज्ञेज्याकीणाम् ॥ ७ ॥ कर्कराशिमें अदि ७ अंग ६ अंग ६ नग ७ अब्धि ४ इन अंशोंके क्रमसे भौम, शुक्र, बुध, गुरु, शनि हद्दाके स्वामी जानना ॥ ७ ॥ सिंहेऽगेष्वद्रयंगांगांशा इज्यसितार्किज्ञाराणाम् ॥ ८ ॥ सिंहराशिमें अंग ६ इषु ५ अदि ७ अंग ६ अंग ६ इन अंशोंके क्रमसे गुरु, शुक्र, शनि, बुध, मंगल हद्दाके स्वामी जानना ॥ ८ ॥ कन्यायां नगाशाब्ध्यं गाक्ष्यंशा ज्ञाच्छेज्याराकणाम् ॥ ९ ॥ कन्याराशिमें नग ७ आशा १० अब्धि ४ अंग ६ अक्षि २ इन अंशोंके क्रमसे बुध, शुक्र, गुरु, मंगल, शनि हद्दा के स्वामी जानना ॥ ९ ॥ तुलेंऽगाष्टनगाद्रचक्ष्यंशा मन्दज्ञेज्य सिताराणाम् ॥ १० ॥
तुलाराशिमें अंग ६ अष्ट ८ नग ७ अधि ७ अक्षि २ इन अंशों के क्रमसे शनि, बुध, गुरु, शुक्र, मंगल हद्दा के स्वामी जानना ॥ १० ॥
कीटे सप्तान्ध्यष्टशरांगांशा वक्राच्छज्ञेज्याकीणाम् ॥ ११ ॥ वृश्चिक राशिमें सप्त ७ अब्धि ४ अष्ट ८ शर ५ अंग ६ इन अंशों में यथाक्रम मंगल, शुक्र, बुध, गुरु, शनि हद्दा के स्वामी जानना ॥ ११ ॥ चापेऽर्केष्वब्धिशराब्ध्यंशा इज्यसितज्ञारमन्दानाम् ॥ १२ ॥
धनराशि अर्क १२ इषु ५ अब्धि ४ र ५ अब्धि ४ इन अंशोंके क्रमसे गुरु, शुक्र, बुध, मंगल, शनि हद्दाके स्वामी जानना ॥ १२ ॥
नक्रे नगनगाब्ध्यष्टवेदांशा ज्ञेज्याच्छावित्राणाम् ॥ १३ ॥ मकरराशिमें नग ७ नग ७ अब्धि ४ अष्ट ८ वेद४इन अंशोंके क्रमसे बुध, गुरु, शुक्र, शनि, मंगल हद्दाके स्वामी जानना ॥ १३ ॥
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