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________________ निबध पशुवधना संबंधमां हिंदुशास्त्र शुं कहे छे ? "मा हिंस्यात् सर्वाणि भूतानि” (वेदश्रुतिः) नं. १ पंडित ज्येष्टाराम मुकुंदजी विगेरे छ शास्त्रीओनो अभिप्राय. रा. रा. डाक्टर प्राणजीवन महेता जोग. आप तरफथी वलसाड ता. ९-९-९४ नी सालनी ७ प्रश्नावलीनी एक सूचना मली छे. जेनी पहोंच स्विकारवानी जोडे करेला प्रश्नोनो एकसामटो खुलासो नीचे प्रमाणे छे. बलेव अने दशेराना पर्व संबन्धे आपणा देशी आर्य जनोना ग्रन्थोमां तो कोइ पण प्राणिनी हिंसा के हनन करवा माटे सर्वथा आज्ञा नथी. व्रत नियमादिकना पुस्तकोमा उपर लखेलां पर्वमां व्रत करवानु लखेलुं छे; पण कोइ देव के देवीने उद्देशे करीने प्राणिवात करवानी आज्ञा नथी. त्यारे पशु प्राणिनो घात करवाने क्याथी रीत शरु थई छे ते तो स्पष्ट समजवू पण कठीण छे. ___ हवे आ प्रसंगनो उद्देश करी महाराज नामदार राणाश्री मोहनदेवजी महारानाए उपर दर्शावेली पशुहिंसाने अनभिमत जाणी अने चारे तरफ पोताना अभिप्राय जोडे लोकोना अभिप्राय लई जीवघातनुं निवारण थवा यत्न करेल छे. ए अनेक धन्यवाद लायक बनाव छे. तेमां वली दयावन्त दरबार मोसुफना विचारने अनुमोदन आपनारा आप पण असंख्य धन्यवादना पात्र छो. एक हुं तो शु, पण दयावन्त मनुष्य प्राणीमात्र आपने धन्यवाद बोलशे. कदाचित् पामर प्राणिने जो कार्याकार्यज्ञान हो तो तेओ पण बोलशे. हवे ज्यारे दशरा अने बलेवना पर्वोपर देव के देवीने अर्थ कोइ पण तेवा प्रकारे जीवधात अथवा बलिदान करवा विशे विधि नथी. त्यारे पछी ते बाबतने लांबी विस्तारवाली करी वधारे प्रश्नो करवा ते निरर्थक छे.. जो नवरात्रना अर्चनना उद्देशे करीने पशु आदिनो घात थतो होय तो नवरात-बलेव दशराने तो कई लागतुं वलगतुं नयी; तेम श्रौतकर्म यज्ञ यागादिनो संवन्ध पण दशरा बलेव जोडे श्यो छे ! Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034575
Book TitlePashu Vadhna Sandarbhma Hindu Shastra Shu Kahe Che
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Conference
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year
Total Pages309
LanguageGujarati, Hindi, English
ClassificationBook_Gujarati, Book_Devnagari, & Book_English
File Size24 MB
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