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[ २८] धारा मर्मस्पर्शी अपील की। पंडाल में इसका अच्छा असर पड़ा और उपस्थित सानों सम्मेलनके कण्ड में सहायता देना प्रारम्माकिया तथा सब लोगों के पास खयंसेवक गण पहुंच कर अर्थ संग्रह करने लगे। वयोवृद्ध ढड्डाजी साहब तो इस अपील से इसने उत्साहित दिखाई पड़े कि आपने उसी समय अपने हाथ की अंगुठी निकाल कर फण्ड में भेंट 'कार दी। उनका यह दृष्टान्त अनुकरण करते हुए उपस्थित भाइयों में से कई उदार सजनों ने उसी तरह अपनी २ अंगूठियां सम्मेलन के फण्ड में अपेण की। ये गूठियां उसी समय भाषण-मञ्च पर निलाम की गई जो अच्छे दामों में बिकीं।
समापतिजीकी ओर से अच्छी रकम दी जाने की घोषणा हुई। सहायता देने कामों से महदराबाद निवासी सैठ इन्दरमलजी, सिकन्दराबाद निवासी सेठ-जोरावस्मलजी मोतीलालजी, बैतूल (सी० पी०) निवासी सेष्ठ लक्ष्मीचन्दजी गोठी. आदिके नाम बालन्खमीय हैं। उपस्थित महिलाओं ने भी इस कार्य में पूर्ण सहायता देकर हाथ क्याया। जामनेर निवासी श्रीमती पाम कंवरजी ललवाणी, घामक निवासी श्रीमती भंवरकंवरजो लूणावत, नागपुर निवासी श्रीमतो मानकंवरजी चोरड़िया, सिकन्दराबाद निवासी श्रीमती मानकंवरजी और गुमानकुवाजी कोचर आदि ने अच्छी मदद दो। स्मो-प्रकार फण्ड के अपील में उपस्थित लोगों ने यथाशक्ति तन मन धन से सहायता दे कर इस कार्य में सहयोग दिया।
मधमा प्रस्ताव
यह सम्मेलन निम्नलिखित सजनों की एक प्रबन्ध कारिणी समिति नियत करता है जो इस सम्मेलन का कार्य आगामी अधिवेशन तक सुचारु रुप से चलावेगी और इस का बंधारण तैयार कर आगामी अधिवेशन में पेश करेगी। इस समिति को अधिकार होगा कि इन मेम्बरों के अतिरिक्त अन्य मेम्बर भी आवश्यकतानुसार जिस प्रान्त से चाहे शामिल कर सकेगी और आवश्यकतानुसार कार्यकारिणी समिति (वर्किङ्ग कमिटी) एवं एक चा सितोथिक उपसमितियां (सघ कमिटियां ) नियुक्त कर
सकेगी।
वर्किङ्ग कमिटी के मेम्बर सभापति महोदय के सुविधानुसार पदाधिकारियों के अतिरिक्त अन्य पांच सदस्य तक चुन सकेंगे वा सब कमिटियों में पदाधिकारियों के आंतरिक और दूसरे सदस्य तक चुने जा सकेंगे। सब कमिटियों को अधिकार रहेगा कि आवश्यकतानुसार अपने सदस्यों को संख्या में वृद्धि कर सकोगी।
अभापति श्रीपूरणमंदजी माहर, कलकत्ता। उपन्समापति-सेठ पम्नमलजी ललवाणी, जामनेर ।
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