SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 264
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ मारवाड़ के सिक्के एक तरफ़ — जमान मुबारिक जार्ज षष्टम शाह इंग्लिस्तान एम्परर हिंदुस्तान दूसरी तरफ़ - -श्रीमाताजी * ( संवत् ) १९८६ महाराजाधिराज श्री उम्मेदसिंघ बहादुर जरब जोधपुर चांदी के सिक्कों पर के कुछ लेख । - सिक्के मुबारिक शाह आलम बादशाह गाज़ी । - जरब दारुल मनसूर जोधपुर सन् २२ जलूस मैमनत मानूस । एक तरफ़ दूसरी तरफ़ एक तरफ़ —ब जमान मुबारिक कीन विक्टोरिया मलका मुत्रप्रज्जमा इंग्लिस्तान व हिन्दुस्तान | दूसरी तरफ़ - श्रीमाताजी * महाराजाधिराज श्री तखतसिंघ बहादुर सन् २२ जरब जोधपुर । एक तरफ़ — श्रीमाताजी * ( संवत् ) १९२६ जरब दारुल मनसूर जोधपुर । दूसरी तरफ़ - ब हदे कुईन शाह हिंदो फरंग । जरो सीमरा सिक्क ज़दू तख्तसिंघ | एक तरफ़ —ब जमाने मुबारिक कीन विक्टोरिया मलका मुअज्जमा इंग्लिस्तान व हिन्दुस्तान | दूसरी तरफ़ - श्रीमाताजी * महाराजाधिराज श्री जसवन्तसिंघ बहादुर जरब जोधपुर । एक तरफ़ - ब जमाने मुबारिक कीन विक्टोरिया मलका मुअज्जमा इंग्लिस्तान व हिन्दुस्तान । दूसरी तरफ़ - - श्रीमाताजी * महाराजाधिराज श्री सरदारसिंघ बहादुर जोधपुर । * ये चार अक्षर हिन्दी में हैं । १. इसी प्रकार सब सिक्कों पर भिन्न-भिन्न संवत् भी रहता है। नए बादशाह के गद्दी बैठने पर ठप्पे का केवल एक भाग ही बदले जाने के कारण वर्तमान सुवर्ण के सिक्कों पर संवत् १६८६ लिखा मिलता है । Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat * www.umaragyanbhandar.com
SR No.034554
Book TitleMarwad Ka Itihas Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVishweshwarnath Reu
PublisherArcheaological Department Jodhpur
Publication Year1940
Total Pages406
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy