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मारवाड़-दरबार-द्वार दी जानेवाली ताज़ीमों और सरोपावों का विवरण
परन्तु विवाह के मौके पर ( चोगे और कमरबंद की कीमत मिलाकर ) ८४६ रुपये मिलते हैं । इसके अलावा महाराजा साहब के नजदीकी भाई-बन्धुओं को, जो मारवाड़ में 'महाराज' कहलाते हैं, विशेष कृपा और मान प्रदर्शित करने के लिए, १,००० रुपये दिए जाते हैं ।
पालकी-सरोपाव-जिसको महाराजा साहब की तरफ़ से यह सरोपाव मिलता है उसे ४७२ रुपये दिए जाते हैं । परन्तु विवाह के मौके पर इसकी रकम ५५३ रुपये कर दी जाती है ।
घोड़ा-सरोपाव-इसके लिये साधारण तौर पर २४० रुपये और विवाह के मौके पर ३४० रुपये मिलते हैं।
सादा-सरोपाव-इसके प्रथम दरजे में मामूली समय पर १४० रुपये और विवाह के समय २४० रुपये दिए जाते हैं । परन्तु इसके दूसरे दर्जे में १०० रुपये और तीसरे दर्जे में ७१ रुपये मिलते हैं ।
कंठी दुपट्टा-सरोपाव-इसकी प्रथम श्रेणी में ७५ रुपये, द्वितीय श्रेणी में ६० रुपये और तृतीय श्रेणी में ४५ रुपये दिए जाते हैं।
कड़ा, मोती, दुशाला और मदील (ज़रीदार पगड़ी)-सरोपाव-इसमें प्रथम श्रेणीवाले को १२१ रुपये, द्वितीय श्रेणीवाले को ८५ रुपये और तृतीय श्रेणीवाले को ६५ रुपये मिलते हैं।
कड़ा और दुशाला-सरोपाव-इसमें ३७ रुपये दिए जाते हैं ।
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