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मारवाड़ का इतिहास
वि० सं० १९६५ की वैशाख वदि १४ ( ई० स० ११३८ की २६ अप्रेल ) को महाराजा साहब ने सुमेर - समन्द से लाई गई नहेर का उद्घाटन किया ।
इस समय यहां पर राज्य - प्रबन्ध के लिये एक मन्त्रियों की सभा ( काउंसिल ) नियुक्त है । उसमें पांच मन्त्री हैं और उसके सभापति का आसन स्वयं महाराजा साहब ग्रहण करते हैं ।
१. इस (Sumer Samand Water Supply Channel) के बनाने में करीब १८ लाख रुपये खर्च हुए | यह नहर क़रीब ६० मील लंबी है और इसमें मार्ग में चढ़ाई जाने के कारण ७ पंपिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसका पानी इकट्ठा करने के लिये तखतसागर का बांध बन रहा है । इसमें करीब ५३ लाख रुपये लगेंगे ।
इस नहर के बन जाने से जोधपुर नगर की पानी की कमी दूर होगई है । २. राजकीय काउंसिल के मन्त्रियों का और उनके विभागों का विवरण इस प्रकार है: (क) - सर डोनाल्ड फील्ड प्रधान मंत्री और अर्थ सचिव
(Lt. Col. Sir Donald Field. C. I. E. ) ( Chief & Finance Minister ) (ख) - ठाकुर माधोसिंह ( संखवाय )
( ग ) - मिस्टर एस. जी. एडगर
(Mr. S. G. Edgar, I. S. E.) (घ) - नवाब खाँबहादुर चौधरी मोहम्मददीन
(ङ) - रायबहादुर लाला कुँवरसेन
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गृह-सचिव (F!ome Minister) तामीरात विभाग - सचिव
(Public Works Minister ) प्राय-सचिव
(Revenue Minister)
न्याय - सचिव
(Judicial Minister)
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