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* महावीर जीवन प्रभा *
८ ध्वजा देखने से आगे आगे धर्म ध्वजचलेगा.
२ पूर्ण कलश देखने से ज्ञान-चारित्र धर्म सम्पूर्ण
होगा तथा भक्तों के मनोरथ पूर्ण करने वाला होगा.
१० पद्म सरोवर के अवलोकन से विहार के समय
देव चरणों के नीचे कमलों की रचना करेंगे. ११ क्षीर समुद्र नजर आने से ज्ञान-दर्शन-चारित्रादि
गुणरत्नों का आधार होगा तथा धर्म मर्यादा धारण करने वाला होगा.
१२ देव विमान के दर्शन से स्वर्गवासी देवों के
आराध्य और मान्य होगा.
१३ रत्नराशी देखने से समवसरण (व्याख्यान का
महामण्डप) की रचना होगी. १४ निधूप अग्नि के देखने से मिथ्यात्व शीत को
हरण कर भव्यात्माओं का कल्याण-कर्ता होगा. इनके अतिरिक्त आप का पुत्ररत्न चौदह राजलोक के शिरवर पर विराजमान होगा, बाकी वे बात भी कहीं जो कि राजा ने राणी को कही थीं- यह सुनकर भूपेन्द्र
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