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सनकुमार. वि० [सनत्कुमारं
ભરતક્ષેત્રમાં થયેલ ચોથા ચક્રવર્તી, અશ્વસેન રાજા અને રાણી સહદેવીના પુત્ર, પુત્રને રાજ્ય સોંપી, દીક્ષા લીધી. सनिधण त्रि० [सनिधन ]
નાયુક્ત सनियाण. त्रि० [सनिदान ) નિયાણ સહિત सन्नत. त्रि० [सन्नत] સારી રીતે નમેલું सन्नद्ध. त्रि० [सन्नद्ध] બખ્તર સહિત सन्नय. त्रि० [सन्नत] સારી રીતે નમેલું
सन्ना. स्त्री० [सज्जा
दुखोसण्णा'
सन्नाइपिंड न० / स्वज्ञातिपिण्ड ]
પોતાની જાતિ માટેનો આહાર
सन्नाह. था० [सं+नह લડાઈની તૈયારી
सन्नाह. धा० [सं+नाहय् ] લડાઈ માટે તૈયાર કરવા
सन्नाहपट्ट. न० [ सन्नाहपट्ट]
કવચપદ, રાજચિહન सन्नाहित्ता. स्त्री० [सन्नाहित्ता] યુદ્ધ માટે સજ્જ થઇને सन्नाहिय न० [सन्नद्ध]
બખ્તર આદિ બાંધલ सन्नाहेता. कृ० [संनह्य] યુદ્ધ સજ્જ થઈને सन्नाहेत्ता. कृ० [संनाह्य ]
યુદ્ધ માટે સજ્જ થઈને सन्निओग. त्रि० [ सन्नियोग ] નિયોગ સહિત
सन्निकास. त्रि० [सन्निकाश ]
સમાન, સરખ सन्निक्खमण न० [सनिष्क्रमण ]
નિષ્ક્રમણ સંહિત
सन्निक्खित्त. त्रि० [सन्निक्षिप्त ]
आगम शब्दादि संग्रह
દાટેલું, મૂકેલું
सन्निखित्त. त्रि० [सन्निक्षिप्त]
खोर'
सन्निगास, त्रoसन्निकाश]
સમાન, તુલ્ય सन्निचय. त्रि० (सन्निचय)
ધાન્યાદિનો સંગ્રહ सन्निचित त्रि० [सन्निचित)
દાઢેલું
सन्निचिय. त्रि० [सन्निचित] દાટેલું
सन्निनाद. पु० [ संनिनाद ] પ્રતિધ્વનિ
सन्निनाय पु० (संनिनाद )
પ્રતિધ્વનિ
सन्निपडिय न० [सन्निपतित )
પડેલ
सन्निभ. त्रि० (सन्निभ
સદ્રશ
सन्निमहिय. त्रि० [सन्निमहित] व्याप्त, पूति, पूर्ण लरेल सन्नियट्टचारि. त्रि० [सन्निवृत्चारिन्] નિષિદ્ધ ઘરની ભિક્ષા ત્યજી દેનાર सन्निरुद्ध. त्रि० [सन्निरुद्ध ]
રોકવામાં આવેલ, અટકાવેલ सन्निवइय त्रि० [सन्निपतित]
પડેલું
सन्निवडिय. त्रि० [सन्निपतित] પડેલું सन्निवयमाण. पु० (सन्निपतत्) પડવું તે
सन्निवाइय त्रि० [सन्निपातिक ]
એક રોગ सन्निवाडिय. त्रि० (सन्निपातित] પાડેલું सन्निवात. पु० [सन्निपात]
खेड रोग,
એકત્ર સંયોગ
सन्निवातिय. त्रि० [सान्निपातिक ] એક રોગ
सन्निवाय. पु० सन्निपात)
એક રોગ सन्निविg. त्रि० [सन्निविष्ट ] સારી રીતે બેસેલ
मुनि दीपरत्नसागरजी रचित "आगम शब्दादि संग्रह" (प्राकृत संस्कृत-गुजराती) 4
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