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छेदोवद्वावणियकप्पद्धिति स्वी० [छेदोपस्थापनीयकल्पस्थिति] छे६ - उपस्थापना डल्पनी स्थिति छेदोवद्वावणियचरित न० [छेदोपस्थापनिकचरित्र ] ચારિત્રનો બીજો ભેદ छेदोवट्ठावणियचरित्तपरिणाम. पु० [छेदोपस्थापनिकचारित्रपरिणाम] छेहोप्स्थानीय नाम यारित्र संबंधि लाव छेदोवट्ठावणियचरित्तविनय पु० [ छेदोपस्थापनिकचरित्रविनय ] छेहोपस्थापनीय यारित्रनुं पालन छेदोवट्ठावणियसंजयकप्पट्ठिइ. स्त्री० [छेदोपस्थापनिकसंयतकल्पस्थिति छेोपस्थापनीय संयमनी उपस्थिति
छेय. धा० [छेदय् ]
છેદાવવું
छेय. विशे० [ छेक]
અવસરનો જાણકાર, કુશળ, નિપુણ, ચતુર
छेय, धा० [हि]
છેદવું
छेय, पु० [छेद)
विच्छे, विनाश, is,
छेय, पु० [छेद)
એક પ્રકારનું પ્રાયશ્ચિત્,
छेय. पु० [छेद)
નિશીથ આદિ છેદસૂત્ર
छेयइत्ता. कृ० [छेदयित्वा ]
છેદ કરીને
छेयकर. पु० [छेदकर ]
છંદનાર, નાશ કરનાર छेयण, न० [छेदन ] यो 'छेदन' छेयणकर, त्रि० छेदनकर) છેદ કરનાર, વિનાશ કરનાર
छेयणग न० [छदनक ]
છેદનક, ચામડાને છેદવાનું શસ્ત્ર,
आगम शब्दादि संग्रह
छेयणग न० [छदनक]
બે કટકા કરવા તે
छेयणगदाइ. त्रि० / छेदनकदायिन् ] છંદનાક શસ્ત્ર વિશેષને આપનાર छेयायरिय. पु० [ छेकाचार्य ]
શિલ્પના જાણકાર, નિપુણ-આચાર્ય छेयारिय. पु० [ छेकाचार्य ]
જુઓ ઉપર
छेलिय, न० [दे०]
નાક છીંકવાનો અવાજ, અવ્યક્ત ધ્વનિ छेवट्ट, पु० [सेवार्त्त ]
છ સંઘયણમાંનું છેલ્લું સંઘયણ छेवट्टसंघयण न० [सेवार्त्तसंहनन]
જુઓ ઉપર
छेवटु न० [ सेवार्त्त ] જુઓ ઉપર
छोडिय. त्रि० [ छोटित ]
ફાડેલું, છોડેલું, બંધનમુક્ત કરેલું
छोढुं कृ० [ क्षिप्त्वा ]
•
ફેંકીને
छोभ न० [दे०]
કલંક, આળ
छोभग न० [दे०]
આળ, અલંક
छोभवंदन, न० [दे०]
વંદનનો એક ભેદ બે હાથ જોડી મસ્તક નમાવવા રૂપ
छोमण न० (छद्मन्]
डेल
.
અભ્યાખ્યાન
छोय. पु० (दे०)
છોતરું
छोल्न था० (तक्ष
છાલ ઉતારવી
छोल्लेत्ता. कृ० [तष्ट्वा ] છોલીને
[ ज ]
ज. त्रि० [ यत् ]
मुनि दीपरत्नसागरजी रचित "आगम शब्दादि संग्रह" (प्राकृत- संस्कृत-गुजराती) -2
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