SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 131
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 114 जीव-अजीव तत्त्व एवं द्रव्य (2) एक दूसरा कार्य, जो एकत्रित भोजन द्वारा पेड़ करते हैं, वह है प्रजनन कार्यों का सम्पादन करना। फूलों को विकसित करने तथा फल और बीज पैदा करने के लिए पेड़ों को बहुत ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है जो उन्हें संग्रहीत भोजन द्वारा प्राप्त होती है। पेड़ बीजों में भोजन एकत्रित करते हैं जो बीजों के अंकुरण-काल में उनकी आवश्यकता पूर्ति करता है। (3) बीजों के अतिरिक्त तने तथा जड़ में विशेष रूप से भोजन संग्रहीत कर पेड़ उनके द्वारा प्रजनन का कार्य करते हैं। (4) जड़ों तथा तने के अतिरिक्त पेड़ प्रायः पत्तियों में भी अपना भोजन एकत्रित करते हैं। बंद गोभी में पत्तियों में भोजन इकट्ठा रहता है जिसके कारण वे मोटी हो जाती हैं। प्याज की गाँठ के भीतर भी पत्तियों में ही भोजन एकत्रित रहता है जिसके सबब से पत्तियाँ मोटी तथा फूली हुई रहती हैं। पेड़ों के बीजों के संग्रहीत भोजन में स्टॉर्च, चर्बी तथा प्रोटीन तीनों प्रकार के पदार्थ मिलते हैं। जड़ों तथा तनों के संग्रहीत भोजनों में स्टॉर्च विशेष रूप से मिलता है, चर्बी की मात्रा कम रहती है, प्रोटीन तो बहुत ही कम पायी जाती है। इस प्रकार यह ज्ञात हुआ है कि पेड़ बीज, जड़, तना और पत्तियों में भोजन संग्रहीत करते हैं।' बीज में भोजन सामग्री संग्रह करने वाले पौधों में नारियल को लिया जा सकता है। यह अपने भीतर इतनी पर्याप्त मात्रा में भोजन सामग्री संग्रहीत रखता है कि इसका पौधा जब तक खोपरे की तीन आँखों में से एक को फोड़कर अपनी जड़े जमीन में नहीं जमा लेता है, तब तक उसके भोजन के लिए गरी का सफेद, नरम और पौष्टिक गुदा विद्यमान रहता है। 1. प्रा. जीव विज्ञान।
SR No.034365
Book TitleVigyan ke Aalok Me Jeev Ajeev Tattva Evam Dravya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Lodha
PublisherAnand Shah
Publication Year2016
Total Pages315
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy