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प्रकाशिकाश्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला लाखाबावल-शान्तिपुरी ( सौराष्ट्र)
वीर सं० २५०८
वि० सं० २०३८
सन् १९८२
प्रथमावृत्ति प्रति-५५०
प्राभार
आ प्रकाशन माटे प्राचीन साहित्यना उद्धार माटेनी उदार भावनाथी प्रेराइने श्री हालारी वीशा ओसवाल तपगच्छ उपाश्रय प्रने धर्मस्थानक ट्रस्ट-जामनगर (४५ दिग्विजय प्लोट) तरफथी ज्ञान खातेथी सहकार मलतां तेमना तरफथी आ ग्रन्थ प्रगट करेल छे. तेमनी शास्त्रोद्धारनी भावनानी अनुमोदना करीए छीए।
लि०
शाक मारकेट सामे जामनगर (सौराष्ट्र)
महेता मगनलाल चत्रभुज
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