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- श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला-ग्रन्थाङ्क-१०६
श्री महावीरजिनेन्द्राय नमः - पूज्याचार्यदेवश्री विजयकर्पू रामृतसूरिभ्यो नमः श्रीरुद्रपल्लीयगच्छीयाचार्य श्री वर्धमान मूरिविरचितः
ॐ स्वप्नप्रदीपः॥ पूज्याचार्यदेव श्री माणिक्यसूरीश्वर विरचितश्च
ॐ शाकुनसारोद्धारः ॥
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सम्पादकः संशोधकश्चतपोमूर्तिपूज्याचार्यदेव श्रोविजयकर्पू रसूरीश्वर पट्टधर-हालारदेशोद्धारक पूज्याचार्यदेव
श्री विजयामृतसूरीश्वर पट्टधरः पू. आ. श्री विजयजिनेन्द्रसरिवरः
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जामनगर ४५ दिग्विजय प्लोटस्थ श्री हालारी वीशा पोसवाल तपागच्छ उपाश्रय धर्मस्थानक ट्रस्ट
इत्यनेन प्रदत्तसाहाय्येन प्रकाशिकाश्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला
लाखाबावल-शांतिपुरी ( सौराष्ट्र) Fireseree xsex.
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