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उत्तर--गौतम ! जो मनुष्य विशेष चपन स्वभाव रखते हैं, कदाग्रह किया करते हैं, मायावीस्वभाव रखते हैं, विश्वासघात करते हैं, लोगों को ठगना ही अपना कर्तव्य समझते हैं; वे मर कर स्त्रीपने उत्पन्न होते हैं और जन्मपर्यन्त पराधीनहो दुखी होते हैं।
६ प्रश्न-हे तिलोकीनाथ ! किस कर्म से स्त्री पुरुषपने उत्पन्न होती हैं ?
उत्तर--गौतम ! जो स्त्री सन्तोष वाली, विनयवान, सरलचित्तवाली; और स्थिरस्वभाव (चित्त) वाली होती हैं, जो सत्यवचन बोलती हैं और कलह वगैरह नहीं करतीं वे मर कर पुरुष पने उत्पन्न होती हैं और अनेक सुखों को प्राप्त करती हैं।
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