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(१७) 19) अनुबन्ध अन्तरमहुर्तका, (८) अध्यवसाय नरकमें जानेवालोंका अपसस्थ, देवतोंमें जानेवालोंका प्रसस्थ, एवं । उत्कृष्ट गमा वीन नाणन्ता दो दो (१) आयुष्य पूर्वकोडका (२) अनुबन्ध भी पूर्वकोडका एवं २७ स्थानमें दश दश नाणन्ता होनेसे २७० परन्तु ६-७-८ वा देवलोकमें लेश्याका नाणन्ता नहीं होनेसें २७० से तीन बाद करनेसे २६७ नाणन्ता हुआ। - (३) मनुष्य मरके १५ स्थानमें जाता है। नाणन्ता माठ है,. जघन्य गमा तीन नाणन्ता पांच पांच (१) अवगाहाना ज. अंगुलके असंख्यातमें भाग उ. प्रत्यक अंगुलकी (२) तीन ज्ञान तीन अज्ञान कि भनना (३) समुद्घात तीन प्रथम क (४) आयुष्य प्रत्यक माप्तका (५) अनुबंध प्रत्यक मासका, उत्कृष्ट गमा तीन नाणन्ता तीन तीन (१) अवगाहाना पांचसो धनुष्यकि (२) आयुष्य कोड पूर्वका (३) अनुबंध कोड पूर्वका एवं १५ स्थानमें आठ आठ नाणन्ता होनेसे १२० नाणन्ता हुवा।
(४) मनुष्य मरके १९ स्थानोंमें जावे नाणन्ता छे छे । ज० गमा तीन नाणन्ता तीन तीन (१) अवगाहाना प्रत्यक हाकि (२) आयुष्य प्रत्यक वर्षका (३) अनुबंध प्रत्यक वर्षका । उ० गमा तीन नाणन्ता तीन तीन (१) अवगाहाना पांचसो धनुष्य ((२) आयुष्य कोड पूर्वका (३) अनुबन्ध कोड पूर्वका एवं १९ कों के गुना करनेसे ११४ नाणन्ता हुवा ।
" () तीयं च युगलीया मरके १४ स्थानमें जावे, नाणन्ता बांच पांच ज० गमा तीन नागन्ता ती तीन (१) अवगाहाना