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श्रीरत्नपभाकर शानपुष्पमाला पुष्प नं० ६७-६८-६९.
। श्री सयंप्रभसूरीसद्गुरुभ्यो नमः
अथश्री शीघ्रबोध भाग २३-२४-२५
संग्राहकश्रीमदुपकेश (कमला) गच्छीय मुनि श्री ज्ञानसुन्दरजी (गयवरचन्दजी)
द्रव्य सहायकश्रीसंघ-फलोधी-सुपनांकि आवादानीसे
प्रबन्धकर्ता। शाहा मेघराजजी मोणोयत-मु० फलोधी।
प्रथमावृते २००० ] . [वीर सं० २४४८,
... .लिकम सं० १९७९. DarpanNATHARTHANA
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