________________ पालाका चरमदाना जीस द्विपमें या समुद्रमें डाला है वहां अनवस्थित पाला जीस द्विप या समुद्रमें बीलकुल खाली हो गया है उन्ही द्विप या समुद्र जीतना लम्बा चोडा विस्तारवाला भोर दश हजार जोजनका उंडा पाठ जोजनकि जगती प्रादा जोजनकि वेदिकावाला पाला बनाके सरसवके दानोंसे भरे फीर वहांसे उठाके आगेके द्विप समुद्रमें एकेक दाना डालते डालते चला जावे जहांतककि वह पाला खाली न हो अर्थात् उन्ही पालामें शेष एक दाना रहे वहांपर उन्ही पालाको छोडदे ओर जो एक दाना रहा था उन्हीकों शीलाक नामका पालामें डालदे / कारणकि जो पेहले लक्ष जोजन परिमाणवाला पाला था उन्हीका परिमाण हो जानेके कारण पेहला दाना नहीं डाला था परंतु दुसरे दफे अनवस्थित होनेसे चरमदान डाला गया है। जिस द्विप या समुद्रमें अनवस्थित पाला खाली हवा था उन्ही द्विप या समुद्र जीतने विस्तारवाला ( उंडा जगती वेदिका पेहलेवत् ) पाला बनावे वह सरसवसे भरके आगेके द्विप समुद्रमें एकेक दाना डालते डालते चले जावे उन्ही पालामें यावत् चरमका एक दाना रहे वह शीलाक पालामें * साल देवे जब शीलाक पालामें दो दाना जमा हूवे / फीर बीस द्विप वा समुद्रमें वह अनवस्थित पाला खाली हवा है उतना विस्तारवाला पाला बनाके सरसबके दानासे भर भागेके विप सबद्रमें एकेक दाना डालते डालते चले जावे पालामें