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विजय है उन्हीके विचमें सीता नाम नदी है वास्ते सीतानीके उत्तर तटपर ८ विजय और दक्षिण तटपर आठ विजय है इसी माफीक पश्चिम महाविदेहमें सीतोदा नदीके दोनों तटपर आठ पाठ विजय है एवं विदेहक्षेत्र में ३२ विजय है उन्हीका नाम
___ पूर्व विदेह सीतानदी. | पश्चिम विदेह सीतोदानदी...
उत्तर तट. | दक्षिण तट. | उत्तर तट. | दक्षिण तट. १ कच्छ विजय वच्छ विजय | पद्म विजय | विप्रा विजय २ सुकच्छ , सुवच्छ ,, सुपन , | सुविप्रा " ३ महाकच्छ , महावच्छ,, महापद्म ,
महाविप्रा , ४ कच्छवती ,, वच्छवती,,
पद्मावती ,,
विप्रावती , ५ आव्रता , रमा , | संखा , वग्गु " ६ मंगला ॥ रमक · , कुमुदा , सुवग्गु " ७ पुरकला , रमणीक , | निलीना , | गन्धीला , ८पुष्कलावती,, मंगलावती,, | शलीलावती ,, गन्धीलावती,
प्रत्यक विजय १६५६२ जोजन दो कलाकी दक्षिणोतरमें लम्बी है और २२१२।।। जोजन पूर्व पश्चिममें चोडी है तथा एक भरतक्षेत्र और दुसरा एरवतक्षेत्र एवं चक्रवरतोंकी ३४ विजय समझना। इन्ही चौतीस विजयमें ३४ दीर्घ वैताज्य