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१२७ गुण करनेसे १०६६८००० देव प्रत्यक अनिकाका होते है इसी माफीक सर्व इन्द्रोंके समझना.
(१८) परिषदाद्वार-प्रत्यक इन्द्रके तीन तीन प्रकारकि परिषदा होती है अभिंतर, मध्यम, बाह्यदेव देखो यंत्रमे. इन्द्र. | अभिंतर. - मध्यम. बाह्य. वी.
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शक्रन्द्र
१२०००
०
१४.20
०
१००००
०
०
०
इशानेन्द्र
०
०
६०००
०
०
०
शेष इन्द्रके
देवी नहीं. ( १६ ) देवीद्वार-शकेन्द्रके आठ अग्र महेपीदेवी है प्रत्यक देवीके शोला शोला हजार देवीका परिवार है १२८००० प्रत्यक देवी शोला शोला हजार रूप वैक्रय कर शक्ती है.२०४८०००००० इतनि देवी एक इन्दके भोगमें