________________
[५] : आहार पदके १५बारके कुल भांगा। (१) समुच्चयद्वार भांगा ५७ (८) ज्ञानद्वार , ४७१ (२) भव्वद्वार , ११४ (१) योगद्वार , १९॥ (३) संज्ञीद्वार , १४४ (१०) उपयोगद्वार ११॥ (४) लेश्पाद्वार , ३०० (११) वेदद्वार (५) द्रष्टीद्वार , १२६ (१२) शरीरद्वार १७७ (१) संयतिद्वार , ६३ (१३) पर्याप्तीद्वार ६०० (७) कषायद्वार ४११ कुल भांगा २८७१ हवे ।
इति।
सेवंभंते सेवंभंते तमेव सच्चम्
थोकड़ा नं० ११ सूत्र श्रीपन्नवणाजी पद २९
( उपयोग पद) () उपयोग कितने प्रकार के हैं !
(३) उपयोग दो प्रकारके है यथा (१) साकर उगयोग (२), षणाकार उपयोग जिसमें साकर उपयोग ( प्रकारके हैं यथा (१) मतिज्ञान (१) श्रुतज्ञान (३) अवधिज्ञान (8) मनःपर्यवज्ञान (५) केवलज्ञान (६) मतिअज्ञान (७) श्रुतअज्ञान (८) विमंगज्ञान और मनाकार उपयोग ४ प्रकारका है (१) चक्षुदर्शन (२) अचक्षुदर्शन (३) अवधिदर्शन (8) केवलदर्शन ।