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शुद्धिपत्र,
पृष्ट
पंक्ति
अशुद्धि
शुद्धि
अत्तन्ती सागरोप १. भु. १३ वैक्रय नवतत्वका सिद्धि परस्पर तीयर्च समथ ख्याते मलता
असंही पल्योपम १० औदारीक १३ देवता नवतस्वमें सिद्धों परम्परा तीर्यच समर्थ ख्याते जीव मालती तेइन्द्रिय जाति कटक८-१२-१६ पेहर कीसका अठारा
कासी अठा यंत्रमे । . यंत्रमे। . ५७२ तीर्यध संग्रल रहात
९७२
तीयेच
संग्रह
१७३
रहित
बुंद