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नत्याध्यायः
श्लोक संख्या पृष्ठ संख्या
६०८-६०९ ६१०-६११
१८४-१८५ १८५ । १८५ १८६
चार हस्तकरणों का निरूपण
हस्तकरण (हस्त चेष्टाएँ)के भेद १. आवेष्टित
उद्वेष्टित व्यावर्तित परिवर्तित
विचित्राभिनय प्रकरण | छह विचित्राभिनय निरूपण
भावाभिनय (१)
६१४
अनिष्ट
६१५-६१९ ६१५-६१९ ६१५-६१९
१८९-१९० १८९-१९० १८९-१९०
मध्य
is
इन्द्रियाभिनय (२) शब्दाभिनय स्पर्शाभिनय रूपाभिनय रसनाभिनय गन्धाभिनय विचित्राभिनय (३)
६२०.६२४ ६२०-६२४ ६२०-६२४ ६२०-६२४ ६२०-६२४ ६२५-६५५ ६५६-६५७ ६५८-६६०
१९० १९० १९० १९० १९१-१९५ १९५-१९६ १९६
६६३-६६५
कोष दुःख भय शब्द पक्षियों का अभिनय (४) यक्षों तथा देवताओं का अभिनय (५)
१९७ १९७ १९७-१९८
६६८-६६९ ६७०-६७५
१९८