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५५. प्रभा (प्रटीका)-तत्सत् बैद्यनाथ (१६८४ ई० रचना प्रारम्भकाल) ५६. सुमनोमनोहरा-गोपीनाथ (१७वीं शती ई० का अन्तिम भाग रचनाकाल) ५७. टीका-नारायण दीक्षित (१७वीं शती ई० का अन्तभाग) ५८. बृहद् उद्द्योत-नागेश भट्ट (१७वीं शताब्दी का उत्तरार्ध) ५६. लघु उद्योत-नागेश भट्ट (१७वीं शती ई० का उत्तरार्ध) ६०. उदाहरण-दीपिका प्रथवा 'प्रदीप' नागेशभट ई० (१७वीं शती ई० का उत्तरार्ध) ६१. विषमपदी-शिवराम त्रिपाठी (१५वीं शती ई० का प्रारम्भ) ६२. सुधासागर (शुभोदधि)-भीमसेन दीक्षित (सन् १७२२ ई०) ६३. साहित्य-कौमुदी-बलदेव विद्याभूषण (१७वीं शती ई० का प्रारम्भ) ६४. (क) कृष्णानन्दिनी स्वोपज्ञ टिप्पणी-बलदेव विद्याभूषण (१७ श० प्रा०) ६५. तात्पर्य विवृति--म० म० महेशचन्द्रदेव न्यायरत्न (१८८२ ई० रचनाकाल) ६६. बालबोधिनी-म० म० वामनाचार्य झलकीकर (१८८२ ई० रचनाकाल) ६७. नागेश्वरी-पं० हरिशङ्कर शर्मा (१९वीं शती ई०) ६८. टीका-जीवानन्द विद्यासागर (१९वीं शती ई०) ६६. चन्द्रिका-कवीन्द्राचार्य (सन् १९४८) ७०. मधुसूदनी-पं. मधुसूदन शास्त्री (१९७२ ई० रचनापूर्तिकाल) ७१. टीका-सदाशिव दीक्षित (१९७२ ई०) ७२. बाल-बोधिनी-विद्यासागरी-छज्जूरामशास्त्री विद्यासागर (१६७४ ई०)
काव्य-प्रकाश के अल्प-परिचित तथा अपरिचित टीकाकार १. अर्थनिर्णय २. प्रवचूरि-टिप्पणी-राघव (समय अज्ञात) ३. मानन्दवर्षिनी-रुचिमिश्र ४. मालोक-प्रज्ञात ६. उत्तेजिनी, काव्यप्रकाशोत्तेजनी अथवा सर्वटीका-विभञ्जनी--वेदान्ताचार्य ७. उदाहरण-दर्पण-डॉ० पी० वी० काणे ८. उदाहरण-विवरण टीका-(ले० प्रज्ञात) ९. ऋजुवृत्ति-नरसिंह सूरि १०. कारिकार्थप्रकाशिका (अर्थप्रकाशिका)-रघुदेव न्यायालङ्कार ११. कारिकावली-कलाधर १२. काव्यदर्पण-मधुमतिगणेश १३. काव्यदीपिका-साम्बशिव १४. काव्यनौका-ले० प्रज्ञात १५. काव्यप्रकाशखण्डन अथवा काव्यामततरङ्गिणी-ले. अज्ञात १६. काव्यप्रकाश-विवेकिनी-रेहलदेव
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