SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 38
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ BIBAD (ALLA MC. CRUITMENT 2GSTY mullu (भावार्थ : सहाति, सहगृहस्थत्व, परिवार-भाव, मैश्वर्य, सामान्य, परभ अरिहंतत्व सने निर्वाश- मा सातनुं गूथ ल्याशठारी छे. स्वर्ग, भोक्ष अने सुजना साना सभान, पिन प्रलुमेहेत आ उत्तम सप्त पह' परभ निर्वारा स्थान समान छे, तेती पूरा इरखी पसे.) हवे रन जूज मानं साथे टीप्तिने सौलाग्यना प्रती समुं भंगलसूत्र पहेरावशे. आ सभये, वनसाथी टीप्ति-पनठभाटे भंगल डाभनासो व्यस्त रतां आशीर्वयन विधिष्ठार मोलशे. || माशीयन // ॐ सुप्रतिगृहीताऽस्तु, शान्तिरस्तु, तुष्टिरस्तु, पुष्टिरस्तु, ऋद्धिरस्तु, वृद्धिरस्तु, शिवमस्तु, ल्याशभस्तु, र्भसिद्धिरस्तु, हीर्घायुरस्तु, पुश्यं वर्धता, धर्मो वर्धताम, हुलगोत्रवर्धताभ, स्वस्ति लद्रं अस्तु। ॐ शान्तिः शान्तिः शान्ति : / -ॐक्ष्वी क्ष्वी हंस : स्वाहा / (लावार्थ: ॐ तभारो मन्तेनो सारी रीते स्वीडार थाओ. शांति थाओ, संतोष थामो, पोषाहा थामो, ऋद्धि थासो, वृद्धि थाओ, शुल थामो, इत्याश थाओ, धर्मभा सइणता भणो, टीर्घायुष्मन्बो, पुश्यमलनी वृद्धिथाओ, धर्मनी वृद्धि थामो, हुण तथा गोत्रनी वृद्धि थायो, तभाएं शुभ हत्यारा थानो) oolta -+PADY Thtottelus.....NILEOCOM MINS
SR No.034158
Book TitleJain Marriage Ceremony English and Gujarati
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherPallavi and Dilip Mehta
Publication Year1997
Total Pages24
LanguageEnglish, Gujarati
ClassificationBook_English & Book_Gujarati
File Size46 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy