________________ IBHABURadium.In PORN AMIMIUM N CUMARI MAHITION uRIL STUDITIANIA -सने हवे विनेश्वर भगवंतनी साक्षीसे मेष्टमीशनां अनेला. हीप्ति-नमुना गृहस्थवनभां भांगल्य रहे, सेभनो प्रेम अभर रहे, सने वनभांप्रत्येष्ठपणेसुजशांति प्रासथाय-भावनाथी भंगलाष्टा गवाशे. || भंगलाष्ट || वंही भावथी सर्व संत 1 नने, श्रद्धा थठी पूछमे है ने मंत्र महा १गे घ्यथी, तार्या सह वने मेरो नित्य वहावी हर्षथी सही, गंगा अधे प्रेभनी सेवा वीर महाप्रभु युगलचं, पुर्यात् सहा भंगलम् / / 1 / / प्रहमांडे लहरावी भाव थष्ठी मा, यो ध्वा धनी ने सौ वता थथा हरजथी, संधु जरा आत्मना सौ तीर्थर * न शासनता, शांति सुधा अर्थता मान अभ हीति ने ननु, यत् सहा भंगलम् // 2 // पोषी नेहथी, नि? संभही , हेते गुलावी सहा वाशी ना टु तालरी ही सरी, हाही भुजे थी 1 रा. सीथी संस्कृतिमीर से निशहिने, ELEaa थया पूर्ण ?.. 'सुशीला-रभडि' नेहरयां, यत् सहा भंगलम् // 3 // TRITIONAL