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॥ श्री सुधर्मास्वामीने नमः ॥
अहो ! श्रुतम् - स्वाध्याय संग्रह [१४]
श्रीवीतरागस्तोत्रम्
[गाथा और अर्थ]
-: कर्ता :कलिकाल सर्वज्ञ श्रीहेमचंद्राचार्यजी
-: अनुवादक :श्रीमद्विजयसुशीलसूरिजी -: संकलन :श्रुतोपासक
-: प्रकाशक :श्री आशापूरण पार्श्वनाथ जैन ज्ञानभण्डार शा. वीमळाबेन सरेमल जवेरचंदजी बेडावाळा भवन हीराजैन सोसायटी, साबरमती, अमदाबाद-३८०००५
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