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________________ [७] खेंच : कपट : पोइन्ट मैन ४२३ के बाद कैफ बंद नहीं होगा, फिर वह खत्म नहीं होगा इसलिए उसे उत्पन्न ही नहीं होने देना है। प्रश्नकर्ता : लेकिन दादाजी, यह तो सूक्ष्म कैफ की बात है। यों तो कैफ दिखाई नहीं देता। दादाश्री : वह सारा सूक्ष्म ही होता है, मालिक को भी उसका पता नहीं होता। प्रश्नकर्ता : उसे उत्पन्न नहीं होने देना, वह किस तरह से हो सकता है? दादाश्री : ये कषाय उत्पन्न नहीं होने देने के लिए क्या-क्या करते हैं ! उसी तरह, यह उत्पन्न ही नहीं हो ऐसी जागृति रखनी चाहिए। प्रश्नकर्ता : वह कैफ उत्पन्न नहीं हुआ, उसका पता चलता है खुद को? दादाश्री : चेहरा सुंदर दिखाई देता है। बहुत सुंदर दिखाई देता है, काला हो फिर भी बहुत सुंदर दिखाई देता है। ये तो सभी बदसूरत दिखाई देते हैं! पता नहीं चले ऐसा होता होगा भला?! यह सब्जी ताजी है या दो दिन पुरानी है, उसका पता नहीं चलता? उसके जैसी है यह बात। क्या यह कोई सूक्ष्म बात है? यह तो ऊपर से ही पता चल जाता है। सभी में कम या ज्यादा कैफ होता है। कुछ ही लोग उससे निवृत्त हो जाते हैं, जो समझ चुके हैं वे। जहाँ कैफ होता है वहाँ लावण्य नहीं दिखाई देता। अजागृति से यह सब होता है। जागृति हो तो कुछ भी नहीं होता। अजागृति से ऐसी गलत चीज़ का उत्पादन हो जाता है, जागृति से नहीं होता। प्रश्नकर्ता : दादा, ऐसा दोष उत्पन्न होने लगे, तब कैसी जागृति रखनी चाहिए? दादाश्री : वह तो, अगर ज़बरदस्त जागृति होगी तो उत्पन्न नहीं होगा। इसे तो जागृति ही नहीं कहेंगे न! जागृति रहेगी तो ऐसा पौधा पैदा
SR No.034040
Book TitleAptvani 09
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDada Bhagwan
PublisherDada Bhagwan Aradhana Trust
Publication Year2018
Total Pages542
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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