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अनुक्रम
प्रेक्षाध्यान : सिद्धान्त
१. प्रेक्षा-ध्यान : आधार और स्वरूप
३-३३ प्रेक्षा : अर्थ-व्यञ्जना ३; ध्येय ५; प्रेक्षा-ध्यान की उपसंपदा ६; उपसम्पदा की चर्या ७; आसन-प्राणायाम १०; प्राणायाम १०; मुद्रा १०; अहँ और महाप्राण-ध्वनि ११; महाप्राण-ध्वनि १३; ध्वनि-तरंगों के शरीर-शास्त्रीय प्रभाव १३; ध्वनि-प्रकम्पनों के मानसिक प्रभाव १४; एकाग्रता और अप्रमाद १५; कायोत्सर्ग १६; अन्तर्यात्रा १७; श्वास-प्रेक्षा १६; समवृत्ति श्वास-प्रेक्षा २०; शरीर-प्रेक्षा २२; चैतन्य-केन्द्र-प्रेक्षा २४; लेश्याध्यान २७; भावना और अनुप्रेक्षा २८; विचार-प्रेक्षा और समता ३०;
संयम : संकल्प-शक्ति का विकास ३१; संकल्प : कब और कैसे ? ३३ २. कायोत्सर्ग
३४-६३ दबाव की कार्य-पद्धति ३४; शारीरिक स्थितियां ३५; अनुकम्पी और परानुकम्पी संस्थान ३६; तनाव से गड़बड़ी ३६; तनाव के कारण ३७; क्या बचने का उपाय है ? ३८; तनाव-मुक्ति क्या है ? ३६; कायोत्सर्ग से तनाव-मुक्ति ४१; स्वयं-सूचना की विलक्षण चिकित्सा-शक्ति ४१; स्वयं-सूचन ४३; कायोत्सर्ग के सहायक तत्त्व ४४; स्वर-यन्त्र का कायोत्सर्ग-मौन ४५; आध्यात्मिक दृष्टिकोण ४६; प्रयोजन ५३;
निष्पत्तियां ५७ ३. श्वास-प्रेक्षा
६४.८० वैज्ञानिक दृष्टिकोण ६४; आध्यात्मिक दृष्टिकोण ६६; निष्पत्तियां ७६ ४. शरीर-प्रेक्षा
८१-६४ वैज्ञानिक आधार ८१; आध्यात्मिक आधार ८६; प्रयोजन ६१; निष्पत्तियां ६२ चैतन्य-केन्द्र-प्रेक्षा
६५-११३ वैज्ञानिक दृष्टिकोण ६५, आध्यात्मिक स्वरूप १०२; प्रयोजन १०६; निष्पत्तियां १११
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