________________ aaMPIMता M w मालपरि 996-1958 इहे बोहिमबहुनरो कुम्मायुत्तो स केवलिष्यको / केबलिपरियाय पालिऊण सुचिरं सिवं पचो // 196 // कुम्मापुतचरितं घरग्सकर सुणेइ जो भविओ। सो सयपावरहिमो अणंतसुहमायणं हवा // 197 // सिरिहेमविमलसुहगुरुसिरिजिणमाणिकसीसरयएमं / रइअ पगरणमेअं वाइज्जत चिरं जयउ // 198 // // इअ कुम्मापुत्तचरित्तं समत्तं // ... unGoswar "अभयकर-कुलणहयलठियभक्खर-भक्खर'-क्खसरीणं। णतण महोवज्झाय-'वासुदेव'-कखविण्णं // 1 // पुतण उमापुसेण 'कासिणाहेण रायणयरम्मि / सकयपागयअज्झावएण बिज्जालए रणो // 2 // सिस्साणं पढणत्थं अंगिलभासाणुवाअटिप्पीहि / पत्थावणेण परिसिटेण य जुत्तं करित्ताणं // 3 // बहुहत्यलिहिअपोत्थयरयणाओ सोहिअं पयासेण / पोत्थयमेयं अज्झेऊणं मुहबोहरं हवउ // 4 // NEnemammeedongaraaaa 1 क अह बोहिअ, छ ज ट त. इअ बोहिअ. 2 अ. सिरिविजयमाणिक 3 ज. ट. त. सीसरइएणं. अ. क. ब. सीसराएणं. 4 अ, क वाइअतं. . . . . . . . .