________________ कुम्मापुत्तचरिअं [13-18 सो कुमरो नियेजुव्वणराजमएणं परे बहुकुमारे। कंदुकमिव गयणतले उच्छालितो सया रमई // 13 // अण्णदिणे तस्स पुरस्मुज्जाणे दुग्गिलाभिहाणम्मि / सुगुरु सुलोयणणामा समोसढो केवली एगो // 14 // तत्थुज्जाणे जैक्खिणि भद्दमुही नाम निवसए निचं / बहुसालक्खवडदुमअहिठिअभवणमि कयवासा // 15 // केवलकमलाकलियं संसयहरणं सुलोअणं सुगुरुं / पणमिय भत्तिभरेणं पुच्छइ सा जैक्खिणी एवं // 16 // भयवं पुव्वभवे हे माणवई नाम माणवी आसी। पाणपिया परिभुग्गा सुवेलवेलंधरसुरस्स // 17 // आउखए इत्थ वणे भद्दमुही नाम जक्खिणी जाया / भत्ता पुण मम कं गइमुववन्नो णाह आइससु // 18 // 1 अ रायमएण बहुसुकुमारो / कंदुग गिण्हइ गयणतले उच्चालेओ सया रमइ // च. निजजुव्वणपरिचरिओ बहुकुमारेहिं. 2 अ.गिंदुकमिव. 3 अ. पुरंमि उज्जाणे. 4 अ ज ट. जक्खणी. 5 त ब. बहुसालरुक्खवडदुमअहठिअभवणंमि; क छ बहुसालक्खणबडदुमअहठिअ; अ. बहुसालवणंमि अहे पायालवणंमि. 6 अ सुलोयणो सुगुरू. 7 अ ख. जक्खणी. 8 क ख ग छ ट त ब. भत्ता पुण मञ्झ कहिं उप्पन्नो; घच. भत्ता पुण मज्झ कहं उम्पन्नो.