________________ जैन साहित्य का समाजशास्त्रीय इतिहास 5. प्रज्ञा पृ० 182-185 6. एन्शियन्ट हिस्होरियन्स ऑफ इण्डिया पृ० 4 7. जैनधर्म पृ 15 8. ह०प० 1/3, इ०ए० भाग 6, पृ. 163. इ०फि०भाग 1 पृ० 287 6. मनुस्मृति 1/2-3 भा०पु० 5/6 10. भारतीय जैन साहित्य संसद-आरा अधिवेशन पृ० 2 11. ऋग्वेद 10/136/2-3 12. भ०पृ० 5/3/20 13. भा०पु० 5/6/12 14, ऋग्वेद 10/136/1 15. प०पु० 3/288, ह०पु० 6/204 16. शि०महापुराण 7/2/6 17. जै०शि०लेन० 2 भा०२१ 18. मॉडर्न रिव्यू 16/35 16. हि०स०पृ० 23 20. त्रि०सा० 802 21. आपु० 176-180 / 22. ह०पु०८/२०६ 23. वही 8/210 आवश्यक सूत्र पूर्वभाग पत्र 162 (मलयगिरि की टीका) आवश्यक नियुक्ति श्लोक 116-120 पृ० 26 24. भा०खण्ड 2 11/2- पृ० 710 वा०पु० 33/52 वा०हि०प्रथम ख० पृ० 186 / 25. इ०फि० पृ० 287 26. कल्पसूत्र सबोधिका टीका पद्य 141 / 27. उत्तराध्ययनसूत्र 6/14 28. उत्तराध्ययन सूत्र 6/14 महाजनक जातक, महाभारत शान्तिपर्व / 26. युगे युगे महापुण्यं दृश्यते द्वारिकापुरी। अवतीर्णो हरिर्यत्र प्रभास - शशिभूषणं / ख-ताडों जिनौ नेमियुगादिविर्मलाचले। ऋषीणांमाश्रमादेव मुक्तिमार्गस्थ कारंण (म०भा०शा०पर्व) 30. राजारामशास्त्री महाभारत युद्ध का समय 3103 ई०पूर्व०सी०वी० वैद्य - 3000 ई०पू०, आर०बी०वैद्य 2786 ई०पू०, एंव बी०जी०तिलक 1400 ई०पू० मानते हैं। 31. “भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान' पृ० 16 “जैनिज्म दि ओल्डस्ट . लिविंग रिलीजन" पृ० 22 32. मूलाचार 7/36-38. भगवतीसूत्र 20,8,25,7 तत्वार्थसूत्र 6/18 की सिद्धसेनीय