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________________ एप सेनां बहुविधा ] महाभारतस्थ [ एषा माता पिता चैव . 6. 186.22. एष सेनां बहुविधां 5.163. 220. एष सैन्यानि शत्रूणां 7.96. 17deg. एष स्मृतः शूद्रधर्मः पुराणः 5. 29. 24. एष स्रष्टा विधाता च 13. App. 3. 244 pr. एष स्वर्गश्च धर्मश्च 12. 171. 30. एष स्वार्थस्तवाखिलः 5. 93. 26. एष स्वेन प्रभाबेन 12. 918*. 1 pr. एष हन्मि रिपुं तव 7. 38. 254. एष हम्याद्धि संरम्भी 5. 166. 35%. एष हि ज्वलमानोऽग्निः 1. 224. 16. एष हि ब्राह्मणद्वेषी 7. 156. 26. एष ह्यतिबलः शूरः 8. 65*. 1 pr. एष यतिबलो दैत्यः 2. App. 28. 205 pr. एष ह्यधर्मो धर्मश्च 13. App. 14. 336 pr. एष बनर्थे सततं 7.77. 11". एष ह्यप्रतिबुद्धश्च 12. 296. 21". एष घमर्षी शूरश्च 8. 568*. 1 pr. एष झस्य जये कालः 6. App. 4. 245 pr. एष ह्यस्य महाबाहो 2. 41. 3". एष ह्येको महातेजाः 14. 80. 21". एष ह्येषां समेतानां 2. 33. 28". एष बैन्द्रो वैजयन्तः 2. 20. 17". एषा गङ्गा सप्तविधा 3. 140. 20. एषा गतिरनुत्तमा 13. App. 3A. 538 post., 551 post. एषा गतिरसक्तानां 14. 50. 370. एषा गतिर्विरक्तानां 13. 16. 55. एषा गन्धर्वरक्षिता 4. App. 22. 27 post. एषा गौरुत्तमा देवि 1. 93. 18". एषा गौः परलोकस्थं 12. 179. 11". एषा चैव कुरुश्रेष्ठ 12. 125.76. एषा ज्ञानवतां प्राप्तिः 14. 50. 37. एवा तत्त्वचतुर्विशत् 13. App. 11. 70 pr., 281 pr. एषा तत्त्वचतुर्विशा 12. 291. 28deg. एषा तावदबुद्धीनां 3. 181. 27". एषा तावन्मम प्रज्ञा 5. 114. 13. एषा तु विहिता शान्तिः 14. 82. 11: एषा तृतीया जिज्ञासा 18. 3. 30deg. एषा ते कथिता राजन् 13. App. 18. 176 pr. एषा ते नैष्ठिकी बुद्धिः 12. 119. 20*. एषा तेऽऽन्वीक्षिकी विद्या 12. 306. 45". एषा ते पृथिवी राजन् 9. 30. 48deg. एषा ते भास्वरी कीर्तिः 3. 131. 29. एषा तेऽमिहिता सांख्ये 6. 24. 39. एषा ते राष्ट्रवृत्तिश्च 12. 90. 250. एषा ते व्यक्ततो राजन् 12. 301. 14. एषा ते सुभगे कन्या 1. App. 63. 33 pr. एषा तेऽस्तु मतिर्नित्यं 15. 29. 16". एषा त्यजाम्यहं प्रायः 10. App. 1. 32 pr. एषा त्रयी तु संप्रोक्ता 1. 1028*.2 pr. एषा त्रयी पुराणानां 1. 94.61 . एषा दिक्सा द्विजश्रेष्ठ 5. 197.76. एषा देवनदी पुण्या 3. 110. 1 . 18. 3. 26". एषा द्वादशसाहस्री 3. 186. 22. एषा न योषा यदि योषिदेषा 4.795*. 1. एषा नाळायनी जज्ञे 1. App. 100. 53 pr. एषा नाळायनी पूर्व 1. App. 100.7 pr. एषा निष्ठा युधिष्ठिर 7. 158. 59". एषा नीतिगतिस्तात 12.81. 12. एषा नीतिः परा युद्धे 7. App. 19. 10 pr. एषान्या त्वनवद्याङ्गी 11. 18.50. एषा पत्तिर्विधीयते 5. 152.24. एषा पद्मपलाशाक्षी 4. 66.8". एषा पम्पा शिवजला 3. 263. 40*. एषा परा पार्थ सदा रतिस्ते 3. 180. 19". एषा पाञ्चालराजस्य 2.72.28%. एषा पुण्यजला शक्र 9.261*. 1 pr. एषा पुष्करिणी दिव्या 1. App. 55.57 pr. एषा पूर्वतरा वृत्तिः 12.227. 100, 2903; 230. 1". एषा पूर्वतरैः सद्भिः 12. 234. 5. एषा प्रकाशते गङ्गा 3. 135.5deg. एषा प्रथमतो वृत्तिः 12. 83. 1". एषा प्रथमसर्गजा 12. 322. 336. एषा प्रेतस्य निष्कृतिः 14. App. 4. 3319 post. एषा बुद्धिः समस्तानां 12. 149. 116. एषा ब्रह्मकृता माया 13. App. 15. 2586 pr. एषा ब्राह्मी स्थितिः पार्थ 6. 24. 72". एषा भागीरथी पुण्या 3. 97. 27. एषा भूः कीर्यते राज्ञां 8. App. 7. 10 pr.; App. 27. 10 pr. एषा मधुविला राजन् 3. 135. 1". एषामन्तकरः प्राप्तः 3. 169. 33. एषामन्ये पतिदूषाः 13. 90.5*. एषा मम मतिस्तात 1. 193. 190. एषा मम मतिः सर्प 3. 177.24deg.. एषा मया संपतता 2.9.25% एषामर्थे सदा युक्तौ 1. App. 103. 51 pr. एषा माता पिता चैव 13. 61. 47. -.586
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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