________________ एष वेदविधिक्रमः ] श्लोकपादसूची [एष सेनाप्रणेतृणां एष वेदविधिक्रमः 12. App. 19. 121 post. एष वैकर्तनः कर्णः 4.50. 15%; 910*.22 pr. 7. 152.99. एष वैकर्तनः शेते 11. 21. 1". एष वै क्षत्रियः पुमान् 5. App. 12. 95 post.. एष वै चमसोद्भेदः 3. 130. 5". एष वै चाक्षयो विप्रैः 13. App. 16. 217 pr. एष वै तपसो निधिः 12. 335. 74.. एष वै दासपुत्रेति 2. 63. 29. एष वै धनुषाजयत् 2. App. 21. 442 post. एष वै परमो धर्मः 3. 183. 5. एष वै पार्षतो वीरः 7. 165.6".. एष वै भगवान्देवः 7. 173. 100deg. एष वै मम संन्यासः 3. 77.5. एष वै यस्त्वया पृष्टः 12. 327. 19. एष वै राजशार्दूल 3. 178. 23. एष वै लोमशो नाम 3. 83. 106*. एष वै विक्रियापन: 12. 291. 20%. एष वै शाश्वतोऽव्ययः 6. 62. 32". एष वैश्वानर इव 7. 161. 44*. एष वै समवायस्ते 13. 151. 40". एष वै सर्वकल्याणः 2. 69. 11". एष वै सर्वपार्थिवान् 2. App. 24. 17 post. एष वै स्पर्धते नित्यं 4. 910*. 23 pr. एष वोऽभिहितो मार्गः 13. App. 16. 99 pr. एष वोऽस्त्विष्टकामधुक् 6. 25. 10. एष व्यवस्थितो द्रोणः 4. 48. 100. एष व्यूहामि ते राजन् 6. 19.76. एष शक्तो महाबाहुः 13. 73*. 29 pr. एष शक्तोऽसि तपसा 12.263. 480. एष शक्र इवाजेयः 1. 114. 29. एष शक्ररथे तिष्ठन् 2. App. 21. 919 pr. एष शक्रः परिवृतः 3. 43. 136. एष शब्दो महात्मनाम् 3. 114. 15t. एष शर्यातियज्ञस्य 3. 121, 20%. एष शल्यो रथोपस्थे 8. 57.6%, एष शल्यो हतः शेते 11. 23. 1". एष शस्त्रभृतामपि 7. 5. 19. एष शाकुनिकः शेते 12. 142. 15. एष शापो मया प्राप्तः 3. 158. 59*. एष शापो महांस्तत्र 12. 449*. 13 pr. एष शार्जगदापाणिः 8. App. 7. bpr. एष शास्त्रकृतो विधिः 3. 34. 390, 40". एष शांतनवः शेते 11. 23. 20deg. एष शांतनवो भीष्मः 4. 50. 21"; 910*. 40 pr. 6. 113: 32. 14. 82. 140.. एष शिष्यश्च मृत्युश्च 1. 1804*. 3 pr. 3 App. 79. 110 pr. एष शिष्यः सखा चैव 7. 116. 14". एष शीलवतां चापि 1. 125. 12deg. एष शूरश्च वीरश्च 8. 34, 18". एष शूरो महेष्वासः 6. 101.2. एष शेते निपातितः 7.339*. 1 post. एष शेते महाबाहुः 11. 17. 14". एष शेते रथोपस्थे 7. 122. 17. एष शेषः स्थितो नागः 5. 101.26. एष शैलवरे बाल: 12. App. 29E. 219 pr. एष शैलालयो राजा 11.23. 10. एष शोकार्णवे मग्नः 12.29.2. एष श्राद्धविधिः परः 13. 92. 21. एष श्राद्धविधिः प्रोक्तः 13. App. 14.53 pr. एष श्राद्धविधिः स्मृतः 13. 92. 134. एष श्रियं समुदितां 2. 17. 16". एष श्रिया समुदितः 2. 192*. 2 pr. एष श्रीमानृपसुतः 3. 195. 13deg. एष श्रेष्ठतमो धर्मः 13. App. 14. 296 pr. एष श्वरूपरहितः 12. 117.15. एष षड्विधविस्तारः 12. 177. 30deg. एवं सत्यं दासधर्मः प्रविष्टः 2. 63.7. एष सप्तविधः प्रोक्तः 12. 177. 376. एष सर्वान्शिबीन्हत्वा 7. 145. 46". एष सर्वात्मना पाण्डून् 8. 43. 35*. एष सर्वान्महीपालान् 4. 65. 15. एष सर्वाश्च फल्गुनः 17.2. 22. एष सर्वेषु भूतेषु 12. 271. 20deg. एष संक्षेप उच्यते 6. 6. 16. एष संक्षेपतो धर्मः 13. 114. 8. एष संग्रामशूरेण 11. 19.76. एष संघात उच्यते 12. 330. 214 एष संजीवयाम्येनं 14. 68. 18. एष संदृश्यते पार्थः 6. 108. 33". एष संशप्तकाहूतः 8. 31. 56". एष सारथ्यमाचष्टे 8. App.5.54 pr. एष सारथ्यमातिष्ठे 8. 23. 52". एष सूक्ष्मः परः शत्रुः 6. 89*. 3 pr. एष सूत रणे क्रुद्धः 7. 97. 450. एष सूर्य इवाम्भोदैः 8. 31. 57deg. एष सेनाप्रणेतृणां 7.5. 15. -595