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________________ उरुं भेजे शुभानना] श्लोकपादसूची [उर्वमामाशयः स्थितः ऊरुं भेजे शुभानना 1. 92.3". ऊरं राज्ञः समासाद्य 3. 130. 20deg. ऊरुं स्वकं दर्शयता समक्षं 4. App. 55. 11. ऊरू करिकरोपमौ 1. App. 48. 79 post. ऊरू गजकरोपमौ 3. 144. 4. ऊरू चाषाढयोस्तथा 13. App. 12A.7 post. ऊरू चिच्छेद चान्यस्य 7. 148. 13deg. अरूणां च विशां पते 9. 22. 660. उरू ते पर्वता देव 3. 192. 139. ऊरू दर्शयते पापः 2. App. 38.42 pr. ऊरू दुर्योधनस्यास्य 9.57.44. उरू निर्भिद्य चैकेन 7. 1184*.2 pr. उरू परिघसंकाशौ 1. 140.90. उरू भग्नौ प्रसह्याजौ 1. 158*. 2 pr. उरू मिन्धीति भीमस्य 9. 60. 28deg. ऊरू भेत्स्यति ते भीमः 9. 59. 15deg. उरू भेत्स्यामि ते पाप 3. 46.29. उरू भेत्स्यामि ते संख्ये 9.57.6*. ऊरू मे संश्रिता विशः 3. 187. 13. ऊरूश्चापाञ्जनाधिप 8. 138*. 1 post. ऊरू समवलम्बत 3. 144. 34. ऊरौ निधाय दैत्येन्द्रं 2. App. 21. 303 pr. ऊरौ ब्रह्मर्षिणा तदा 3. 299. 14. 4. 1. 37 post. ऊरौ मृत्युभविष्यति 2. App. 38. 90 post. ऊरौ संदृश्यमाने तु 2. App. 38. 43 pr. ऊर्जस्करं तव सैन्यस्य नित्यं 8.67. 13. ऊर्जस्करान्हव्यवाहान् 3. 211. 6". ऊर्जस्विनरनागाश्वं 12. 87.8". . ऊर्जस्विन्य ऊर्जमेधाश्च यज्ञः 13. 75. 10. ऊर्जावती मधुमती 13. 27. 83deg. ऊर्जितं च शुभं तत्र 13. App. 14. 439A 3 pr. ऊर्जितां च पुरश्रियम् 2.215*. 1 post. अर्जितैः कर्मभिर्दिवम् 8. 14. 774. अर्जितौ स्वेन तपसा 5. 48. 8deg. ऊर्णनाभः सुनाभश्च 1. App. 41. 11 pr. ऊर्णनाभिरिवोर्णया 7. 99. 34. ऊर्णनाभिर्यथा सूत्रं 12. 241. 2. ऊर्णनाभिर्यथा स्रष्टा 12. 187. 48deg. ऊर्णायुरनधस्तथा I. 114. 44. ऊर्णारूपसवणे च 12. 228. 19". ऊर्णनाभः सुनाभश्च 1. 108. 5. ऊर्ध्वकेशश्चलाचलः 12. App. 28. 298 post. ऊर्ध्वकेशं विरूपाक्षं 7. 1127*. 3 pr. ऊर्ध्वकेशोऽतिलोमाङ्गः 12. 274. 39". ऊर्ध्वकेशो महाबलः 1. 140. 2. ऊर्ध्वकेशो महाशेफः 13. App. 4. 67 pr. ऊर्ध्वगः सत्पथः शश्वत् 3. 247. 2. ऊर्ध्वगः सत्पथाचारः 13. 135. 115". ऊर्ध्वगात्मा पशुपतिः 13. 17. 132deg. ऊर्ध्वगांस्तिग्मतेजसः 3. 23. 2. ऊर्ध्वदृष्टिानपरा 3. 51. 30.. ऊर्ध्वदृष्टिमहालिङ्गः 12. 160. 46. ऊर्ध्वपादो नरः सदा 13. App. 14. 316A 21 post. ऊर्ध्वपादो ह्यधःशिराः 11. 4. 4; 5. 12. 12. App. 15. 26 post. उर्ध्वबाहुभिरार्ताभिः 11. 11.6. ऊर्ध्वबाहुरतन्द्रितः 13. 15. 6. ऊर्ध्वबाहुरुदङ्मुखः 12. 331. 47. ऊर्ध्वबाहुर्जितेन्द्रियः 13. App. 15.667 post. ऊर्ध्वबाहुर्न चाङ्गानि 3. 159*. 3 pr. उर्ध्वबाहुनिरालम्बः 3. 39. 23. उर्ध्वबाहुर्महातेजाः 7. 172. 52. ऊर्ध्वबाहुमहामुनिः 12. 325. 3. ऊर्ध्वबाहुमहायोगी 1. 101. 3. ऊर्ध्वबाहुर्विरोम्येषः 18. 5. 49". ऊर्ध्वबाहुविशालायां 3. 13. 12%, 185. 4". ऊर्ध्वबाहुर्हलायुधः 9. 59. 4. ऊर्ध्वबाहुश्चतुर्थ तु 3. 163.. 16". ऊर्ध्वबाहुस्ततो भूत्वा 14. App. 4. 1574 pr. ऊर्ध्वबाहुस्त्वनिमिषः 1. App. 118. 46 pr. उर्ध्वबाहुः कृताञ्जलिः 13. App. 14. 109 post., 197A 1 post. ऊर्ध्वबाहुः स्थितो राजन् 5. App. 9. 13 pr. ऊर्ध्वबाहुः स्मरन्मातुः 15. 45. 41'. अर्ध्वबाहू चानिमिषौ 1. 201. 86. ऊर्ध्वभागूर्वभाङ् नाम 3. 209. 20deg. ऊर्ध्वमन्तश्च तिर्यक्च 6.7. 10. ऊर्ध्वमाक्रममाणाश्च 3. 234. 19".. ऊर्ध्वमाचक्रमे ततः 1. 143. 19. ऊर्ध्वमाचक्रमे द्रष्टुं 1. 162. 16deg. . ऊर्ध्वमाचक्रमे धीमान् 3. 43. 27. ऊर्ध्वमाचक्रमे राजा 3. 261. 52. ऊर्ध्वमाचक्रमे शीघ्रं 17. 3. 24. ऊर्ध्वमाचक्रमे सा तु 1. 218.7deg. ऊर्ध्वमाचक्रमे सीतां 3. 263. 6. ऊर्ध्वमामाशयः स्थितः 3. 203. 26. 12. 178. 14.. पादसूची-63 -497 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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