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________________ 72 ] बाड़मेर जिले के प्राचीन जैन शिलालेख (312) 5 नालिमण्डप का शिलालेखः संवत 1681 वर्षे प्राषाढ़ वदि 6 सोमवारे। राउल श्रीजगमालजी राज्ये / श्रीपल्लिगच्छीय श्रीसंघेन श्रीपार्श्वनाथजी. चैत्ये नालिमण्डपं कारापित उपाध्याय श्री. शिवा लिखितं / सूत्रधार मेघा सूत्र कचरा सू तारा कारीगर कमांण / शुभंभवतु श्री संघस्य श्रेयोस्तु // 6. श्री पार्श्वनाथ मूर्ति परः-- .. - - सं. 2016 माघ शु 14 तिथौ गुरु पुष्य योगे वेलूर वा. जवानमल गणेशमल परिवार सहितेन श्रीपार्श्वनाथबिंब कारितं प्र. मेवानगरे श्रीसंघेन. प्रतिष्ठितं श्रीविजयहिमाचलसूरिभिः श्रीरस्तु / (314) 7. परिकर पर:-- . सं. 2016 माघ शु. 14 गुरुपुष्ययोगे श्रीपार्श्वनाथ परिकर प्र. वि. हिमाचल सूरिभिः श्री / (315) 8. परिकर मूत्तियो पर:-- सं. 2016 माघ शु 14 गुरु पुष्य योगे श्रीपार्श्वनाथस्येदं परिकर तखतगढ़ वा. जवानमल सांकलचन्द भुरमल रामचन्देन कारितं प्रतिष्ठितं मेवानगरे श्रीसपेन, प्रतिष्ठितं प्राचार्य विजयहिमाचलसूरिभिः कल्याणमस्तु शिल्पज्ञं सरेमल चारणोद श्री। 6. श्री पार्श्वनाथ सपरिकर मूत्ति परः-- . .सं. 2016 माघ शु.१४ तिथौ गुरु पुष्य योगे तखतगढ़ वास्तव्य जवानमल सांकलचन्द भरमल रामचन्द पुत्र पौत्रादि सहिते : श्रीपार्श्वनाथ परिकर सहितं बिम्ब कारितं प्र. मेवानगरे श्रीसंघेन प्रतिष्ठितं प्र. प्राचार्य विजयहिमाचलसूरिभिः श्रीरस्तु। (317) . 10. परिकर पट :___सं. 2016 माघ शु. 14 गुरु पुष्प योगे श्रीपार्श्वनाथ परिकरं प्र. वि. हिमाचलसूरिभिः श्री:
SR No.032838
Book TitleBadmer Jile ke Prachin Jain Shilalekh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
PublisherJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
Publication Year1987
Total Pages136
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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