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________________ बाड़मेर जिले के प्राचीन जैन शिलालेख [ 41. SM बिंब कारितं प्र. तपा श्रीसोमसुन्दरसूरि श्रीमुनिसुन्दरसूरि पट्टे श्रीरत्नशेखरसूरिभिः / / (174) 2. पच धातु प्रतिमाः___ सवत 1463 वर्ष फागुण वदि 1 दिने ऊकेशवंसे रांका गोत्रे श्रे. धीरा पुत्र श्रे. लाखाकेन तत्पुत्र देल्हा तेजा जिणदत्त गुरणदत्त परिवार युतेन स्व. पुण्यार्थ श्रीशांतिनाबिंब कारितं श्रीखरतरगच्छो श्रीजिनराजसूरि पट्टे श्रीजयेन्द्रसूरिभिः प्रतिष्ठितं / / (175) 3. मूर्ति लेख: / / सं. 2016 माघ सु. 14 गुरु पुष्य योग श्रीवासुपूज्यबिंब मेवानगरे श्रीसंघ करापितम प्रतिष्ठितम आचार्य वि. हिमाचलसूरिभिः (176) 4. मूलनायक चन्दाप्रभजी लेख:--: 1. 3 वर्षे माघ सु. 10 रवी मांडवला वास्तव्य शा. चन्दनमलजी भार्या मिश्री पुत्र हस्तोमन कांतिलाल अमृतलाल पुत्र पौते स्वपितरौ श्रेयार्थ 'चन्द्रप्रभु का. श्रे. पूजाजी पत्न्या गजरां श्राविका .......... (177) 5. मूर्ति लेख:-- सुद 10 रवी अजमेर वास्तव्य भूरमल चांपा पीरूमल रूपचन्द्र स्व' मातल्य श्रेयार्थ........पं. कल्याण विजय गणिनः / श्रीदादाजिनकुशलसूरिजी (178) "6. लेख दादाजी:-- * संवत 2026 बाड़मेर शा. प्रासुलाल सोहनलाल चम्पालाल चन्द्र प्रकाश बोथरा द्वारा प्रतिष्ठः श्रीमतो मथरी वीस स्थानक तपस्या निमिते संघ भेंट / (179) .. 7. शिला पट्ट लेख:-- .. खरतर गच्छाधिपति प. पू. आचार्य भगवन्त श्रीजिनउदयसागर सूरीश्वरजी एवं जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म. सा. के आशीर्वाद से
SR No.032838
Book TitleBadmer Jile ke Prachin Jain Shilalekh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
PublisherJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
Publication Year1987
Total Pages136
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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