________________ 40 ] बाड़मेर-जिले के प्राचीन जैन शिलालेख (167) 3. सं. 2042 ज्ये. शु. 12 बाड़मेरनगरे दादाकल्याणसागरसूरिजी की मूतिबिंब प्रतिष्ठापित खरतरगच्छाचार्य जिनकान्तिसागरसूरिभिः . (168) 4. सं. 2042 ज्ये. सु. 12 बाड़मेर नगरे दादा साहेब कुसल गुरुदेव बिंब प्रतिष्ठापितं खरतरगच्छाचार्य जिनकान्तिसागरसूरिभिः 5. वि.सं. 2042 ज्येष्ठ शुक्ल 12 शुक्रवासरे:-- बाड़मेरनगरे श्रीगौड़ी पार्श्वनाथ, दादा गुरुदेव, नाकोड़ा भैरवादि बिंबानी प्रतिष्ठापितं खरतरगच्छाचार्य जिनकान्तिसागरसूरिभिः शुभ भवतु श्रीसंघस्य / (170) 6. श्री गौड़ी पार्श्वनाथ मन्दिर का जीर्णोद्धार लेख:. प. पू. युग प्रभावक प्राचार्य श्रीजिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के प्राशीर्वाद से प. पू. प्रतिनी प्रेम श्रीजी म.सा. की प्रशिष्या साध्वी श्रीसुलोचना श्रीजी म.सा. साध्वी श्रीसुलक्षणाश्रीजी म. सा. के सदुपदेश से हुमा / प्रतिष्ठा सं. 2042 ज्येष्ठ शुक्ला 12 शुक्रवार तारीख 31.5-1985 (171) / 7. पगलिया लेख:-- श्री 108 श्रीचन्दन श्रीजी महाराज सा. श्री 108 श्रीहेतश्री महाराज की रतनशिष्या स्वर्गवास सं 2020 मुः सादड़ी (172) 8. पगलिया लेख: श्री 108 श्रीचन्दनश्रीमहाराज की रतनशिष्या श्री 105 श्री प.तेहश्रीमहाराजसाहेब स्वर्गवास 2024 मुः बाड़मेर श्रीचन्दा प्रभुजी मन्दिर, गांधी चौक 4 (173) 1. पंच धातु प्रतिमा:- ॥सं. 1514 मार्ग सु-प्राग्वाट सा. साल्हाकेन चार्या बर्जु सुत सा. वीरा माणिक वसनादि कुटुम्बयुतेन पितृव्य सा. चांपा श्रेयोर्थ सुमतिनाथ