________________ ::. . . . nxx ww . विषय सूची सम्पादकीय कपूरचन्द जैन [प्रथम ] मीमांसकीय मुनि भुवनसुन्दर विजयजी [ द्वितीय ] पुरोवचन मुनि जयसुन्दर विजयजी [ तृतीय ] दो शब्द मुनि गुणसुन्दर विजयजी [चतुर्थ ] प्राक्कथन तीर्थङ्करों का जन्म महोत्सव शासन रक्षक देव-देविया तीर्थङ्करों की माता के गर्भ में भी पूजनीयता तीर्थङ्कर के बारह गुण श्री ऋषभदेव का निर्वाण पोर पावन दाढ़ा श्री अष्टापद गिरि पर जिन मन्दिर पूर्वाचार्यों का महान उपकार आर्द्रकुमार और जिन प्रतिमा जरासंध और कृष्ण के बीच युद्ध वैशाली में श्री मुनिसुव्रत स्वामी का स्तूप प्रार्य श्री शय्यं भवसूरि और जिन प्रतिमा परमात्मा श्री नेमिनाथ व संहार श्री पार्श्वनाथजी को वैराग्य प्रतिमा से वैराग्य का उपदेश अरिहंत पर प्रभक्ति एवं पूर्वाचार्यों पर अबहुमान अंबड सन्यासी और सम्यग्दर्शन 18 दशपूर्वधर श्री वज्रस्वामी के विषय में पक्षपात जैन धर्म और आडम्बर नमो बंभीए लिवीए चैत्य यानी जिनमन्दिर या जिनप्रतिमा 20