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________________ खंड कवि हेमरतन कृत तिणि महि गोर' रावत रहह', वात रखे को बाहरि' कहा। "इक प्रतिबिंब पदमिणि माहि', 'आलिम सकइ न जिम अवगाहि // 534 // छेती' विचि' न राखः छती, लारोलारि करउ लागती। गढनी पउलि लिगावउँ लार, सेन समीपई आण' पार // 535 // ऍम करी हिव तुम्हि आवयो', वेला बहुली पडखावयों। हुं विचि जाइ करेसु वात, मेलिहसु सगली धातइँ-धात // 536 // 9 जाई' आणिहुँ राजान, पुहचाडेस्यां नृप निज थांन / पछह करेस्यां सबल' किलउ', ए आलोच अछह अति भल" // 537 // सगले सुभटे थापी' वात, परठ करता हूउ प्रभात / सीख सहू समझावी करी, चालिउ बादिल चंचल चडी॥ 538 // पहुतउ' तिमह जलसकर माहि, जिहां बइठउ छह आलिमसाहि / जाई बादिल कीउ' सिलांम, हरषित हू असपति तांम // 539 // "बादिल, साचा कहि संदेस, दिउँ' घणा जिम तुझनई देस।" बादिल वात' कहह' परगडी, "साँमी! वात सिराडइ चडी॥ 540 // सुभट सहू समझाव्या' नीठ, पदमिणि आणी गढनी पीठि / सुभट सहू भाषइ छइ ऍम, निसुण सॉमी विनती तेंम // 541 // पदमिणि सुंज छह तुम्ह काम, त' हिव राख' माम माम। ऊपावउँ अम्हनि वेसास', पदमिणि आणां जिम तुम्ह" पासि" // 542 // // 534 // 1 तिणि BOD) 2 मै / / 3 गोरो CDE4 रहउ B, रहो , रहौ न, रहै / / 5 बाहिरि 0, वारै / / 6 कहउ B, कहो , कहौ D, कहै / / ७...प्रतिव्यवउ , एक प्रतिव्यावो , एक प्रतिबिंबो D / 8 आलम न सके...DI E प्रतिमें द्वितीय अर्खाली नही है। 0512 / B58810599 / / 642 / 717 / / // 535 // 1 छेकी / 2 विचइ / 3 राखो GE, राखौ / / 4 करो 08, करौं / / 5 पोलि CE, पौलि D / 6 लगाडो BO, लगाडी D, लगाडो / 7 समीपै DE / 8 आणो CR, आणी D / // 536 // 1 आवय्यो Bo, आवज्यौ DE / 2 बहुती BODE | 3 पडखापिय्यो BC, पडखावज्यो DE | 4 करेशु , करेस्युं B / 5 मेल्हसि BO, मेलसि D, मेलिस। 6 धांगडि B जिमतिम DRI 7 धाताधात Bo, धातौ धात DE | // 537 // 1 लेई / / 2 आणिसि B0, आविस / / 3 पहुंचाडेसुं BOD, पहुंचावेसुं / 4 करेसा 4 | 5 सबलो OR, सबलौ / 6 किलो CE, किलो / / 7 अछै DB | 8 भलो OR, भली / // 538 // 1 मानी BODE | 2 परठ DE | 3 करता DB | ४थयो BODRI 5 चाल्यउ B0, चाल्यो DA // 539 // 1 पहुतौ DE | 2 तिमैज D, जाई / / 3 बेठो 40, बयठो D, बैठो।। 4 छै Dr 5 कियउ 50, कियौ DE | 6 ह्यो , इयौ D, बोले / // 50 // 1 घउं B0, देउं D, बगसुं / / 2 ज्यु BC, जुं D, बहुला / 3 तुझने , तुझनै DY 4 अरज / ५कहै , करे / 6 सराडै 2, सिराडै / / // 54 // 1 कटक सह समझावी / / 2 माखै छै D / 3 निसुणी DRIA518 / / 594 // 0 604 / D64813 722 / // 52 // 1 स्युं / 2 जो ODB | 3 छै DI / 4 तो Da / ५राखे B, राखां / / 1 मामोमाम BODBT 7 ऊपाडउ B, ऊपावो ODIC अम्हन B, मनै , हमसं। विसवास।। 10 आणउ B, आणुं DAI 11 तुझAI
SR No.032833
Book TitleGora Badal Padmini Chaupai
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHemratna Kavi, Udaysinh Bhatnagar
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1997
Total Pages132
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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