________________ गोरा वादल पदमिणी चउपई नोमो] आलिम ईस तणउ' अवतार, लसकर लाख सतावीस लार। यवनी' सुभट वडा झूझार, हणइ हेकीकर्ड हेलि हजार // 490 // साही लीधउं वलि सिरदार', झूझता आवइ तसु भार। काई परि हिव' पुहचह नही, नही तरि म्हे वलि झूझत सही" // 491 // बादिल बोलइ'- "कुंअर ! सुणउ', ए आलोच नही आपण। किसा आलोच करइ केसरी ? मारई मयगल माथई धरी // 492 // इम करतां जे मूआ वली, 'तउ पिण कीरति हुइ निरमली। काया साठह कीरति जुडह', "तउ नवि मोलह मुंहगी पडई // 493 // काया चांबतणी' कोथली, 'खिण इक मेली खिण ऊजली। तिण साठा जउ कीरति मिलइ, तउ लेतां कुण पाछउँ टलह" // 494 // वीरभांण हिव बोलह वली “बादिल! तुझ मति अतिनिरमली। 'अरजुण ते जे वालइ गाइ', करि जिम हिव तुझ आवइ दाइ // 495 // राजा छूटइ' पदमिणि रहह', इणि वातई कुण नवि गहगहह" / बादिल बोला- "कुंअर! सुणउ ! करयों ऊपर वांसई घणः // 496 // हुं जाउं छुलसकर माहि, आयु वात सहू अवगाहि"। करि जुहार बादिल असि चडिउ', "साहसि सुरपति सांसह पडिउ // 497 // // 490 // 1 तणो CE, तणी D / 2 जुवनी-BCD, मूंगल / 3 हणे DE | 4 एकेकी BCD, एकीको E | // 491 ॥१लीधो , लीधौ D, लीया E| 2 रतनसी रांण BCDE ! 3 आवै DE | 4 प्राण BCDE | 5 तिण / 6 पहुंचै DE | 7 परि BCD | // 492 // 1 कहै DE | 2 कुमरजी BCD, कुअरजी E / 3 सुणौ D, सुणो BCE, | 4 आपणो CE, आपणौ / / 5 करे CE, करै / / 6 केहरी D / 7 मारै D, मारे / 8 मइंगल Bo, मैगल DI 9 माथै D, पोरस E / // 493 // १जै D, जो E / 2 मूवा BD, आवां E / 3 काम / 4 कुलवट रहसी रहसी नाम / 5 साटै DE | 6 जुडै DE | 7 तो...पडै D, तो ते मोल न महंगी पडै / // 494 // 1 वाय , सांस / 2 माहे मइली (मैली DE) ऊपरि उजली BCDE BODE प्रतियोंमें द्वितीय अाली नहीं है। // 495 // BCD प्रतियोंमें प्रथम अर्द्धाली नहीं है। प्रतिमें यह अ‘ली ऊपर की द्वितीय अर्भाली इस रूप में बनी है-कहै कुंयर सुणि बादल राइ, जो इम तुम्हनें आवै दाइ॥ 5 662 / 1 आजण BCD,...वाले DE | 2 करउ तेम जिम आवइ दाइ BCD, करो विचार जे रूडो थाइ E663,1 / // 496 // 1 छटै DE | 2 रहै DE | 3 वातै DE | 4 गहगहै D, ऊगहै / 663,2 / 5 कहै DE | 6 कुमारजी BODE, सुणो CE, सुणौ D / 7 करिय्यो B, करिजो , करिज्यो D, करियो 48 वांस DE | 9 घणो CE, घणौ DIपहिली मति सवि (उंधी करी / आलम तेब्यो बाहि 0 माहे D) धरी D583, 1 / E664 / इसके पश्चात् DE प्रतियों में मारण तणो न खेल्या दाव, गढ पणि दीठो बांध्यो राउ || D583, 2 // केवल D में (जहर कहर आलम असवार, आया माहे तीन हजार)। / . छलिबलि दूध न पायौ बही, तो हिव सोव करी सही / / D584 / 665 / .. केवल प्रतिमें सूरातन चित धीरज ज्यांह, परमेसर त्यां आवै बांह / हिव आदर्यो सत ध्रम तणो, सुहडा धीरज देयो घणो // 666 // // 497 // 1 जावं BC | 2 आउं D / 3 खड्यो / 4 सासै पड्यौ D, साहसनूर सूरातन चड्यो / .. 475 / B534 / 0545 / / 585 / / 667 // इसके पश्चात् BCDE प्रतियों में सीहन जोवई (जोवै DE) चंद बल, ना जोवई (जोवे DE) घरि रिदि। ...