________________ ........... लोगस्स सूत्र द्वारा ध्यान ......... पिंडस्थ-पदस्थ-रुपातीत ध्यान . .......... ध्यान के अन्य भी कई प्रकार ....... अक्षर अंक ध्यान .............. (34) महान योगः प्रतिक्रमण ..... षड् आवश्यक . कायोत्सर्ग-आवश्यक ............ ............... प्रत्याख्यान-आवश्यक ............ प्रतिक्रमण में माहण-सिंह का दृष्टांत .............. ................ रानी और मंत्री का दृष्टांत .............. जैन सिद्धान्त (35) 10 गुणस्थानक यानी आत्मा का उत्क्रान्ति क्रम ........303 (36) प्रमाण और जैन शास्त्र. ........................ 307 पांच प्रमाणज्ञान .................................... 1. मतिज्ञान, मानस मतिज्ञान के रूपक चिन्ता आदि ......... 2. श्रुतज्ञान, 45 आगमः द्वादशांगीः 14 पूर्व आदि .......... पंचांगी आगम ....... अन्य जैन शास्त्र ............... ..................... 3. अवधिज्ञान 4. मनःपर्यव ज्ञान ............ .............. 317 5. केवल ज्ञान ......... .... 307 ............. 318