________________ (धए) // ढाल // 1 // कपूर हूवे अति ऊजलो रे // ए देशी // // उदगम नाम संज्ञाश्सीरे / श्रावकथीजेसोल / पहिली ते परिकासीयेरे / विवरोकरीयविरोल / मुनीसर समजीट्यो आहार / नालिकवचननिहालज्यो रे / आहारजिस्यो उदगार // मुनी० // 6 // मुनिनेंकाजेजेकरेरे। आधाकर्मी अबुध। कीधोमो ऊनोकरीरे / येतेपूर्व विसूच // मुनी० // 7 // एदोमुंमेलीदीयेरे / तेत्रिजोपूतिकर्म / अन्यमतिने आपतारे / येते मिश्रितमर्म // मुनी // // थाप्यो दूजे गममें रे / थापनादूषणजाण / प्रातिकादूषणको रे / अनीयनपीसुद्ये आंण / मुनी // ए॥ जालीगोखजोई दीयेरे / प्रामुक्करण ते प्राय / मोललेश्चै मुतिप्रतेरे / कीततीको कहिवाय // मुनी // 1 // ऊधारोले आपतां रे / नवमो प्रामित्यनेम / असनसटेलेश असनघेरे / ते परवर्तनप्रेम // मुनी० // 11 // अन्याहृतश्ग्यारमोरे / जेदे थानकाय / उन्निन्ननांमे बारमोरे / आपे जे उघमाय // मुनी // 15 // ऊपरथीउतारीधैरे / मालाहृततेमोस / बालकना करथी ग्रहिरे / देतेाविद्यदोस / मुनी० // 13 // पाकादिकपंचांतणोरे / अनपृष्ट दे जो एक / अधिकेरो ऊरे वलीरे / देखी साधुअनेक // मुनी० // 15 // अध्यवपूरक ते सोलमो रे / खेतांलागे पाप / सुविवेकी श्रावकहूवे रे / तो सहिजेटले संताप // मुनी // 15 // उहा // उत पादनसंज्ञातणा / दाखू सोले दोष / जयणाकरी टालीसजो / तो मुनिवरपामीसमोख // 16 // बृ० स्त०४