________________ (34) नरके सीमा सापनी / बीलगि स्त्रीजाय / सातमीये माणस के माग्लो / ऊपजे गरजजाय // न० // 15 // नरकथकी आवे बिहुँ दमके / तिरयंच के नरथाय // तेपिणगरजजनें परयापता / संख्याती जसुत्राय // न // 16 // नारकियांने नरकथीनीसयां / जे फलप्राप्तिहोय / उत्कृष्टेनांगे करि ते कढुं। पिण निश्चेनहींकोय // न ॥१७॥प्रथमनरकथी चवि चक्रवर्ति दुवे / बीजी हरि बलदेव / तीजी लगि तीर्थकरपद लहै / चोथी केवल हेव // नः // 17 // पंचमीनरकनो सरब विरति लहै / उनी देसविरत्त / सातमी नरक नो समकितही // * // ढाल 3 करमपरीक्षाकरण कुमरचल्योरे // मानवगतिविण मुगतिदुवे नहीं रे / एहनो इम अधिकार / पाऊसंख्याते नर सहुदंगके रे / आवीलहै अवतार / मानव // 20 // तेऊ वाऊ दमक बेतजीरे / बीजा जेबावीस / तिहां थीयाथाये मानवीरे / सुख-दुःखकर्मसरीस // माग // 21 // नर तिरयंच असंखीआऊखेरे / सातमीनरकना तेम / तिहांश्रीमरिने मनुष्यहुवेनहीरे / अरिहंतजाख्योएम // मा० // // 22 // वासुदेवबलदेव तथा वलीरे / चक्रवर्तिने अरिहंत / सरग नगरना श्रआया एडुवेरे / नरतिरिश्री न दुवंत // मा० // 23 // चौविहदेवथकी चवि ऊपजेरे / चक्रवर्ति बखदेव / वासुदेव तीर्थकर ए बे दुवेरे / वैमानिकथकी बेक // मा० // 24 //