________________ (17) पत्नणिसु श्रुत अनुसारं / जेहनें नाम लिये निसतारं / आपण सफल हुवे अवतारं / पामी जे नव पारं // 1 // पल अजित संजव अभिनंदन / सुमति पदमप्रनु नयना नंदन, सत्तम तेम सुपास / चं प्रनुनें सुविधि सीतल जिन / श्रेयांस वासपूज्य जिन सुरमणि, विमलगुणेकरिवास // 3 // अनंतधर्म श्रीशांति जिनेसर, कुंथुनाथ अरमनि सुहंकर / मुनिसुब्रत नमि नेम / पार्श्व वीर ए जिन चोवीस / जगवन्चल जगगुरु जगदीस / प्रणमी जे धर प्रेम // 3 // (ढाल २)प्रथम सुपन गज निरख्यो ए चाल // * // प्रथम नरत नर इंद / बीजो सगर सुरिंद / मघवा तीजो उदार / चोथो सनतकुमार // 4 // पांचम सांतिचक्कीस / बजे कुंथुगणीस / सातमो अरनरनाथ / आउम सुन्नुमसनाथ // 5 // नवमो पदमनरेस / हरिषेण दसमकहेस / ग्यारम जयताम / बारम ब्रह्मदत्त नाम // 6 // एह चक्की सर बार / खेत्र नरत सिणगार / मघवा सनतकुमार / पुहता स्वरग मकार // 7 // सुन्नुम अने ब्रह्मदत्त / सत्तम निरय निरत्त / आउ थया सिवगामी / ते प्रणमुं सिरनामी // 7 // // ( ढाल 3) // * // मुनिवर आर्य सुहस्ति एचाल ॥ॐ॥ पहिलो त्रिपृष्ट जाण / हिपृष्ट दूसरो, तीजो स्वयंप्रनु जाणीये ए। पुरुषोत्तम ए चोथो / पंचम परगमो / पुरुषसिंह प्रमाणिये ए, ॥ए॥ो पुरुषपुंमरीक / दत्त तिम सातमो। लक्ष्मण नामें आठमो ए, नवमो कृष्ण नरेस / ए नव केसवा / प्रहऊठी एपिण नमुं ए॥१०॥ तिहां पहिलो वासुदेव /