________________ (३२ए) पणप्रनुजीने / वांदिशुंआजतुम सारे / जिमसुखतिमकरोगुरुकहे / आवते जिहां जगनाथरे वीर० // 15 // विनयकरी कुंमरवेसेतिहां / सेवतो प्रनुतणापायरे / धर्मदेशनाजिनवरदिये / सांजली हरखितथायरे // वीर० // 16 // कुमरकहेमाताजणी पूती लेशुं संयमनाररे। प्रनुकहे जिमसुखतिमकरो, मकरो प्रतिबंधलगाररे ॥वीर० // 17 // कुमरघरयावीमातजी। तातजीकरीकृपासाररे / अनुमतिदीजिये मुजजणी / लेश्श हूं संयमनाररे // वीर० // 17 // मातकहे पुत्रतुं बालने / शुसमजे ब्रतवातरे / कुमरकहे जेहजाणुंअg, ते नवि जाणुंकुंमातरे // वीर // 15 // जेहवलि हुँ नविजाणुं अबु / जाणुंवं मातजीतेहरे / श्मसुणी मातापितालणे / कहे किम बालकएहरे // वीर // 20 // ढाल 3 // धनना लोनीवाणिया एदेशी // कुमरकहे जाणुसही / जायेजीव मरेवोरे / नविजाणुं किणकासमें / किणगमे वलीकेवोरे / मातसुणोमुजवातमी // 21 // ए आंकणी // नविजाणुं किणकर्मथी। जीवनमे संसारोरे // पणजाणुं निजकर्मथी। जीवनमे संसारोरे // मात // 22 // तिणकारणसंयम जणी, अनुमतिमुजनेदीजेरे। आतमकारजसाधतां / सुजने विलंबनकीजेरे // मात // 23 // विविधवचनेकरी जोलव्यो / पणनिजलाव न मेरे / मातपिता तववेगशु / अोलवकरवाममेरे // मात // 24 // कुंमरअश्मत्ते आदरी / प्रनुपासेजश्दीकारे / गुणरयणादिक तपकस्यां / अंग ग्यारेशीख्यारे // मात // 25 // सिद्धथयाविपुलाचले / अश्मत्तो मुनिरायारे / अच्मअंगथीनघरी / खेशेमुनिगुण