________________ (13) // 17 ॥षम गाउ ऊंचास चउप्पय गन्नयमांण / तीन कोस उक्कोस मनुजनो काय प्रमाण / लवण व्यंतर जोइस वेमाणिय ईसाणंत / सातहाथ नकोसे ऊंचपणे तणु दुत // 10 // सनतकुमार माहें षम ब्रह्म लांतक पांच / शुक्र सहस्रारें उकोस च्यार कर वाच / आणतप्राणत आरण अच्युतः हार्थे तीन / नव ग्रैवेयक दोय पंचानुत्तर इगलीन ॥१ए / बाबीस सात तीन दशवरस सहस्से आय / नूत्राऊ वाऊ वण ती दिन तेज काय / बारवरस गुणचास दिवस तिम वलि बम्मास / अनुक्रम बेइंशी तेची चौरिंजीरास॥णासुर नारग तेतीस अयर उक्कोसें आय। चौपय तिरिय मनुजनो तीन पस्योपम थाय / जलचर उरपर जुजपर उक्को पुव कोम / पंखीने ग नाग असंख पट्यनो जोम॥१२॥ सरब सूखम साधारण समुलिम मणु जेह / जहन्न उक्कोसे अंतमुहत्त नियम शिति तेह / श्म ओगाहण लाख्यो संखेपे अधिकार / जे वलि इत्थ विसेस विसेस सुत्रसूं धार // 22 // असंख उसप्पणि सहुएगिंदी आपणीकाय / उपजे चवे अनंत साधारणवणस्सईकाय / संख्याता संवन्चर विगल आपणी देह / सात आठ लव पंचिंत्री तिरि मणुश्रा जेह // 23 // नारकथकी उदवरती जीव नरक नवि जाय / देव चवीने ते वलि देवपणे नविथाय। इंजीय सासोसास आऊ बल ए दस प्राण / च्यार उ सात आठ ग सुति चौरिंजीय जाण // 24 // सन्नि असन्नि पंचिंदी दश नव अनुक्रम जोय। प्राणथकीजे विप्रयोग जिय मरणे होय / जीमसायर संसार अपार अनंतीवार / नमियों जीव धरम विण जोणि अशीने च्यार