________________ (271) शीता / जाणे केसूफूलियारे लाल राताखैरअंगाररे / / सु० // ॥१॥धीजकरे सीतासतीरे लाल सीलतणे परिमाणरे ॥सु॥ खखमणरामखुशीयारे लाल / निरखे राणोराणरे // सु०॥ धी० // स्नानकरी निरमलजलेंरे लाल / पावकपासें थायरे // सु० // उत्तीजाणे सुरांगनारे लाल / अनुपमरूप दिखायरे // सुधी० // 3 // नरनारी मिलीयाघणारे लाल / उलाकरे हायहायरे ॥सु०॥जस्मदुसीणागमेंरे लाल / रामकरेअन्यायरे ॥सुधी॥॥ राघवविनवांब्योहुवेरेलाल / सुपर्नेही मनकोयरे // सु०॥ तोमुझ अगनिप्रजालज्योरे लाल / नहींतो पाणीहोयरे // सु० धी० // ५॥श्मकहिपैठी आगमेंरे लाल / तुरतथयो अगनिनीररे ॥सु०॥ जाणे प्रहजलसुं नखोरे लाल / जीलेधरमसुधीररे॥सुधी // 6 // देवकुशमवरषाकरेरे लाल / एहसतीसिरदाररे // सु० // शीताधीजेउतरीरे लाल / साखजरे संसाररे // सु० धी० // 7 // रलियायतसहुकोथयारे लाल / सगलेश्रयाचबरंगरे // सु० // लखमणरामखुशीथयारे लाल / शीताशीलसुरंगरे॥सुधी॥॥ जगमांहें जसजेहनोरे लाल / अविचलशीलकहायरे // सु // कहे जिनहरष सतीतणारे लाल / नितप्रणमी जे पायरे // सु० धी०॥ ए॥ इति शीतासतीसकायसंपूर्ण // ॥अथ उपदेससझायलिख्यते // दमका नांहिलरोसा सांहै / करले चलनेकासामान / तन पिंजरसें निकशजागा / जिनमेंपंनी प्राण // द // 1 // लख चौरासी जोनीमें नटक्यो / उपनों गरजाधान / सवानवमास