________________ (17) गुप्तनिरमाय // 27 // म॥ वयरसेन विद्यावरू, श्रीरक्षितगुरुदह, पूसमित्रगुणगहगहै, प्रन्नुपुरबलिकापद // // म०॥ विऊसाधुसुविधश्नयो, श्रीयंमिलसुमहिल, सूत्रभरथरतनें। जियो, हमाश्रमणदेवहि॥२ए। म // पंचमकाखचरममुनी, श्रीउपसैसूरिदयाल, शुक्रियाखरतरसही, जिनभाग्याप्रति. पाल // 30 // म० // श्मपन्नरकर्मनूमीजिके, हुवाहोस्यैअनंत, वर्तमानश्रीसाधुजी, रतनत्रगुणवंत // 31 // म० // ब्राह्मी. सुंदरीरायिमई, साहुणीचंदनवाल, आदिकशीलवतीसती, त्रिकरणसुचत्रिकाल // 35 // म // संवतसोलगत्तीसए, श्रीविमलनाथसुरसाल, दिदाकट्याणकदिने, गुंथीश्रीमुनिमाल // // 33 // म०॥ रिणीपुरैरलीयामणो, श्रीशीतलजिणचंद, सूरिविजैराजेसदा, संघअधिकाणंद // 34 ॥म० // श्रीमतिलजसुगुरूतणे, सुपसायसुखकार, चारितसंघवखाणीय, सदा 5 जयकार // 35 // म // मनोहरश्रीमुनिमालिका गुणगणपरमलपूर, कंठरवश्चत्तमजिके, पामेंसुखजरपूर ॥३६॥म० // महामुनीसरगावतां,सुरतरुसफलसमान, अष्टमहासिधिघरफलै, सदासदाकट्याण // 37 // इतिमुनिमालिकासंपूर्णम् // ॥अथ पापआलोयणास्तवनलिख्यते // बेकरजोमीवीनवूजी, सुणिस्वामिसुविदीत, कूमकपटमूंकीकरीजी, बातकहुंआपबीत // 1 // कृपानाथमुवीनतीवधार, तुसमरथ त्रिन्नुवनधणीजी, मुझनेत्तरतार // कृ०॥२॥ जवसायरनमतांथकांजी, दीगःखअनन्त, नागसंयोगेजेटी. योजी, जयनंजननगवंत // कृ० // 3 // जेकुःखजांजेश्राप