________________ (193) // ढाल 9 // आदरजीवक्षमागुण आदरएहनी // . - जयजयपरमपुरुष पुरुषोत्तम, पारसपारसनाथजी, सांव रियासाहिब जगनायक, नामअनेकविख्यातजी ॥जय॥२॥ जयजयशिखरसमेतसिरोमणि, श्रीसांवरियापासजी, ध्यावे सेवे जे नर तेहनी, पूरेवंचितासजी // जय० // 3 // कासीदेसवपारसीनगरी, श्रीअश्वसेननरिंदजी, वामामाता जगविख्याता तेहनासुतसुखकंदजी // जय० // 4 // पन्नगलंबननीलवरण वि, देहिशुजनवहाथजी, आयुएकसोवरसप्रमाणे, गणधरदशप्रनुसाथजी // जय० // 5 // सोलसहसमुनिवरश्ररुश्रमणी, कही अमतीसहजारजी नूमंमलविचरेनविजनकुं / बोधबीजदातारजी // जय० // 6 // चोसठसहसलाखक श्रावक, गुणचालीसहजारजी, तीनलाखश्रावकणीसंख्या, पार्श्वयनसुरसारजी // ज० // 7 // बीसजिनेसरमुगते पोहता, महिमाथश्यअपारजी, तिणएतीरथप्रगट्योजगमें, मुगतितणो दातारजी // ज० // 7 // हरीपाले जेनरलावै नेटें सिखरगिरींदजी, ते नर मनवांछितफलपामे, एसुरतरुनोकंदजी, ज० // ए॥ बहुविधसंघतणीकरेनक्ति, संघपतिनामधरायजी, सफलकरसंपदानिजपामी, जेहनोसुजससवायजी // 10 // ज० ॥परजवसुरनरसंपदापामें, जात्राकरेगहगाटजी, साधरमीवत्सलमुनिन्नक्ति, पूजाउद्यमगठजी जय० // 11 // टुकटुकपरचरणप्रजुना, पूजोनविजननावजी, ध्यानधरोजिनवरनो मनमें, आनंदअधिकउबावजी // ज० // 12 // रासरच्योश्रीसिखरगिरिनो, सुणतांनवनिधियायजी, तिणएनविजन बृ० स्त० 13